शिशुओं के स्वास्थ्य पर संभावित खतरे की चेतावनी, लेकिन अधिकांश नमूनों में स्तर स्वीकार्य सीमा के भीतर
पटना । बिहार से एक चौंकाने वाली और चिंताजनक जानकारी सामने आई है। हाल ही में किए गए एक नए वैज्ञानिक अध्ययन में राज्य के कई जिलों में माताओं के स्तन के दूध में यूरेनियम (U-238) के अंश पाए गए हैं। हालांकि जाँच में अधिकांश नमूनों में यूरेनियम का स्तर अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुसार स्वीकार्य सीमा से कम पाया गया है, लेकिन शोधकर्ताओं ने इसे भविष्य में शिशुओं के स्वास्थ्य के लिए संभावित जोखिम बताते हुए गंभीर जांच की मांग की है।
शोध के मुख्य निष्कर्ष
अध्ययन में पाया गया कि बिहार के कुछ विशेष जिलों के स्तन दूध के नमूनों में यूरेनियम-238 (U-238) का पता चला। विशेषज्ञों ने संभावना जताई है कि इन क्षेत्रों में भूजल, मिट्टी या किसी औद्योगिक गतिविधि के कारण यूरेनियम की मात्रा बढ़ रही हो सकती है।
कई वैज्ञानिकों ने आशंका व्यक्त की है कि इन जिलों में यूरेनियम के प्राकृतिक भंडार हो सकते हैं। भूजल के माध्यम से यह रेडियोधर्मी तत्व मानव शरीर में प्रवेश कर रहा हो। लंबी अवधि में यह स्थिति शिशुओं और माताओं दोनों के लिए जोखिमपूर्ण बन सकती है।
क्या है U-238?
यूरेनियम-238 पृथ्वी पर पाए जाने वाले प्राकृतिक यूरेनियम का लगभग 99% हिस्सा होता है। यह एक रेडियोधर्मी तत्व है, इसकी अर्ध-आयु लगभग 4.5 अरब वर्ष है। यह परमाणु ऊर्जा उत्पादन और वैज्ञानिक शोध में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। यह स्वयं विखंडनीय नहीं है, लेकिन न्यूट्रॉन अवशोषित करने पर प्लूटोनियम-239 में बदल सकता है
शिशुओं पर संभावित स्वास्थ्य प्रभाव
वैज्ञानिकों ने चेतावनी दी है कि यदि किसी क्षेत्र में U-238 का स्तर बढ़ा हुआ पाया जाता है, तो शिशुओं में किडनी संबंधित समस्याएँ, विकास में बाधा, लंबी अवधि में रेडियोधर्मी संपर्क के नुकसान जैसे जोखिम संभावित हैं।
हालाँकि वर्तमान अध्ययन में अधिकतर नमूनों में यह स्तर स्वीकार्य सीमा से नीचे है, इस कारण तत्काल किसी गंभीर खतरे की पुष्टि नहीं की गई है।
सरकार और स्वास्थ्य विभाग की अगली कार्यवाही
शोध टीम ने सुझाव दिया है कि संबंधित जिलों में भूजल की विस्तृत जाँच की जाए। यूरेनियम के संभावित स्रोतों की पहचान हो। माताओं और शिशुओं के स्वास्थ्य पर लंबी अवधि की निगरानी की जाए, साथ ही राज्य ण करवाए।
बिहार के कई जिलों में स्तन के दूध में मिला यूरेनियम (U-238), शोधकर्ताओं ने जताई चिंता
