
भोपाल। मानवीय संवेदना और सामाजिक जिम्मेदारी की मिसाल पेश करते हुए चित्रांश ह्यूमन एंड वेलफेयर सोसाइटी (CHW) ने एक माह से लापता बुजुर्ग महिला को उनके परिवार से सुरक्षित मिलवा दिया। सोमवार देर रात गांधीनगर के पास चांदपुर गांव में एक वृद्ध महिला भटकती हुई मिलीं, जिसे देखकर ग्रामीणों ने तुरंत संस्था को सूचना दी। सूचना मिलने पर संस्था के वालंटियर श्यामलाल मौके पर पहुंचे और महिला को भोजन व विश्राम की व्यवस्था उपलब्ध कराई। पूछताछ में बुजुर्ग ने अपना नाम शांति बताया और जानकारी दी कि वह अंजनी माता धाम, गांव कुमेड़ी, जिला ललितपुर (उप्र) से धान कटाई के लिए आई थीं और रास्ता भटक जाने से भोपाल पहुंच गईं। उन्होंने बताया कि उनके दो बेटे मोहन और कन्हैया हैं।
अगले दिन संस्था के पदाधिकारी मोहन सोनी ने शांति बाई को आसरा वृद्धाश्रम में सुरक्षित रखवाकर उनके परिजनों की तलाश शुरू की। ललितपुर पुलिस की सहायता से उनके बड़े बेटे का पता चला। उसने बताया कि शांति बाई लगभग डेढ़ माह पहले भोपाल अपने छोटे बेटे कन्हैया के पास आई थीं। भोपाल के 12 नंबर इलाके की झुग्गी में रहने वाले कन्हैया ने भी पुष्टि की कि उनकी मां करीब एक महीने से लापता थीं और परिवार लगातार उनकी तलाश कर रहा था। जानकारी मिलते ही कन्हैया अपने बेटे के साथ आश्रम पहुंचा। आवश्यक कानूनी औपचारिकताओं के बाद CHW के पदाधिकारियों ने वृद्धा शांति बाई को उनके छोटे बेटे के सुपुर्द कर दिया।



