भोपाल में दस्तक अभियान के तहत 100% बच्चों को पिलाई गई विटामिन ए की खुराक, बच्चों की रोग प्रतिरोधक क्षमता में होगा इजाफा

भोपाल, मध्यप्रदेश । दस्तक अभियान 2025 के अंतर्गत भोपाल जिले के सभी लक्षित बच्चों को विटामिन ए की खुराक पिलाई गई है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा प्राप्त आंकड़ों के अनुसार, कुल 2,64,589 बच्चों को इस अभियान में कवर किया गया, जिससे जिले में बच्चों की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने की दिशा में महत्वपूर्ण सफलता प्राप्त हुई है।
9 माह से 5 वर्ष तक के बच्चों के लिए विटामिन ए जरूरी
स्वास्थ्य अधिकारियों के अनुसार, 9 माह से 12 माह की उम्र के बच्चों को 1 एमएल और 12 माह से 5 साल तक के बच्चों को 2 एमएल विटामिन ए की खुराक दी गई। यह खुराक हर 6 माह के अंतराल में दी जाती है और इसका उद्देश्य बच्चों को संक्रमण से बचाना और उनकी इम्युनिटी बूस्ट करना है।
डॉ. प्रभाकर तिवारी – मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, भोपाल ने बताया, “विटामिन ए बच्चों की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में बेहद असरदार है। यह कुपोषण को कम करने, बच्चों में संक्रमण की आशंका को घटाने और बाल मृत्यु दर में लगभग 20% तक कमी लाने में मदद करता है।”
स्वास्थ्य सेवाएं अब घर-घर तक
दस्तक अभियान के अंतर्गत हर मंगलवार और शुक्रवार, 5 साल से कम उम्र के बच्चों को स्वास्थ्य एवं पोषण सेवाएं घर-घर जाकर प्रदान की जा रही हैं। अभियान की सख्त मॉनिटरिंग जिला और विकासखंड स्तरीय अधिकारियों द्वारा की जा रही है। स्पॉट चेक और बैक चेक के माध्यम से सेशन साइट्स पर जानकारी दर्ज की जा रही है।
पहले चरण की सफलता के बाद बच्चों में एनीमिया की भी जांच
पिछले वर्ष जून 2024 में दस्तक अभियान के प्रथम चरण में एनीमिक बच्चों की पहचान की गई थी। इसके बाद उनकी स्थिति का डिजिटल हीमोग्लोबिनोमीटर द्वारा पुनः परीक्षण किया गया। जिन बच्चों में हीमोग्लोबिन का स्तर निर्धारित मात्रा से कम पाया गया, उन्हें आयरन सप्लीमेंटेशन और चिकित्सकीय परामर्श उपलब्ध कराया गया।
बच्चों में सूक्ष्म पोषक तत्वों की कमी से संक्रमण का खतरा
डॉ. तिवारी ने बताया कि, “सूक्ष्म पोषक तत्वों की कमी के कारण बच्चों की इम्युनिटी कमजोर हो जाती है, जिससे वे बार-बार संक्रमण का शिकार हो सकते हैं और धीरे-धीरे कुपोषण की स्थिति में पहुंच सकते हैं। इससे बचाव के लिए नियमित रूप से विटामिन ए सप्लीमेंटेशन आवश्यक है।”





