भोपाल में नमस्ते योजना के तहत नगर निगम कर रहा कूड़ा बीनने वालों की प्रोफाइलिंग, गार्बेज ट्रांसफर स्टेशनों पर चल रहे हैं दो दिवसीय शिविर

भोपाल, । भारत सरकार की नमस्ते योजना (National Action for Mechanised Sanitation Ecosystem) के तहत नगर निगम भोपाल द्वारा शहर के गार्बेज ट्रांसफर स्टेशनों पर कूड़ा बीनने वाले श्रमिकों की पहचान और प्रोफाइलिंग हेतु विशेष दो दिवसीय शिविरों का आयोजन किया जा रहा है। इसका उद्देश्य असंगठित क्षेत्र में काम कर रहे इन श्रमिकों को शासन की विभिन्न सामाजिक सुरक्षा योजनाओं से जोड़ना और उन्हें सुरक्षित तथा टिकाऊ कार्य वातावरण प्रदान करना है।

इन शिविरों में ऑल इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ लोकल सेल्फ गवर्नमेंट, भोपाल के सहयोग से 19 मई से 25 जून 2025 तक नगर के सभी गार्बेज ट्रांसफर स्टेशनों पर कैम्प लगाए जा रहे हैं। इनमें ई-पोर्टल के माध्यम से कूड़ा बीनने वालों का पंजीयन किया जा रहा है ताकि उन्हें योजनाओं जैसे आयुष्मान भारत, ई-श्रम कार्ड, प्री-मैट्रिक स्कॉलरशिप, स्वास्थ्य सेवाएं, स्वच्छता प्रशिक्षण और पीपीई किट का लाभ दिलाया जा सके।

कचरा बीनने वाले पर्यावरण को स्वच्छ बनाए रखने में अहम भूमिका निभाते हैं, लेकिन वे शिक्षा, स्वास्थ्य, आवास और पहचान जैसे मूलभूत अधिकारों से वंचित रहते हैं। अनेक लोगों के पास पहचान पत्र न होने के कारण वे सरकार की किसी भी योजना का लाभ नहीं उठा पाते। नमस्ते योजना के तहत इन शिविरों में उनका औपचारिक पंजीकरण कर उन्हें व्यवसायिक पहचान पत्र प्रदान किए जा रहे हैं, जिससे उनका जीवन स्तर सुधर सके और वे सम्मानजनक और सुरक्षित रोजगार पा सकें।

अब तक दानापानी, जाटखेड़ी, भदभदा और बाबा नगर, शाहपुरा गार्बेज ट्रांसफर स्टेशनों पर सफलतापूर्वक शिविर आयोजित किए जा चुके हैं। आगामी 28 और 29 मई 2025 को कजलीखेड़ा में भी दो दिवसीय शिविर आयोजित होगा, जहां क्षेत्र के कचरा बीनने वालों को पंजीकृत किया जाएगा।

नगर निगम भोपाल का यह प्रयास न केवल स्वच्छता व्यवस्था को मजबूत करेगा, बल्कि कचरा प्रबंधन की श्रंखला में लगे अनदेखे श्रमिकों को सामाजिक सुरक्षा प्रदान कर उन्हें समाज की मुख्यधारा से जोड़ने का कार्य भी करेगा।

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