थाना प्रभारी बिजेन्द्र मिश्रा की वीरता ने बचाई एक परिवार की जान


डीजीपी कैलाश मकवाणा बोले यही है असली पुलिसिंग

भोपाल/शहडोल। शहडोल जिले के थाना पपौंध क्षेत्र के प्रभारी उपनिरीक्षक बिजेन्द्र मिश्रा ने अदम्य साहस, सूझबूझ और मानवीय संवेदनशीलता का परिचय देते हुए आग में फंसे एक पूरे परिवार की जान बचा ली। उनके इस कार्य ने न केवल एक परिवार को विनाश से बचाया बल्कि मध्यप्रदेश पुलिस की सेवा भावना और जनसुरक्षा के प्रति समर्पण का उत्कृष्ट उदाहरण भी प्रस्तुत किया।

घटना 26 अक्टूबर 2025 की है। ग्राम निपानिया निवासी रूपधारी जायसवाल के घर में अचानक भीषण आग लग गई। उस समय घर में रूपधारी जायसवाल, उनकी पत्नी बेलवती जायसवाल, पिता पूरनलाल जायसवाल और 15 वर्षीय पुत्री मौजूद थीं।
इसी दौरान थाना प्रभारी उपनिरीक्षक बिजेन्द्र मिश्रा ग्राम हीरापुर से निपानिया की ओर जा रहे थे, जब उन्होंने रास्ते में घर से उठती आग की लपटें देखीं। बिना विलंब किए वे तत्काल घटनास्थल पहुंचे और देखा कि पूरा परिवार आग से घिरे कमरे में फंसा हुआ है।

स्थिति की गंभीरता को देखते हुए मिश्रा ने अपनी जान जोखिम में डालकर जलते घर में प्रवेश किया और एक-एक कर सभी सदस्यों को सुरक्षित बाहर निकाला। इसके बाद उन्होंने पास के बोर से पानी चलवाकर आग पर काबू पाने की कोशिश की और तत्पश्चात रोड निर्माण कंपनी ए.बी.सी. का टैंकर व नगरपालिका ब्योहारी की फायर ब्रिगेड को बुलाकर स्थिति नियंत्रण में की।

पुलिस महानिदेशक कैलाश मकवाणा ने उपनिरीक्षक बिजेन्द्र मिश्रा की इस वीरता की प्रशंसा करते हुए कहा कि यही है असली पुलिसिंग। मिश्रा की तत्परता और साहस उस भावना का प्रतीक है जिसके साथ मध्यप्रदेश पुलिस हर परिस्थिति में जनसेवा और जनसुरक्षा के संकल्प को निभा रही है। वे न केवल कानून व्यवस्था के रक्षक हैं, बल्कि जनता की जीवनरक्षक शक्ति भी हैं। डीजीपी ने घोषणा की कि उपनिरीक्षक बिजेन्द्र मिश्रा को पुलिस महानिदेशक स्तर से सम्मानित किया जाएगा।

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