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भोपाल रेलवे स्टेशन पर जेबकतरों का आतंक, जीआरपी पुलिस पर उठे सवाल

भोपाल। राजधानी भोपाल के मुख्य रेलवे स्टेशन पर जेबकतरों का आतंक थमने का नाम नहीं ले रहा है। हाल ही में एक यात्री की ट्रेन में चढ़ते समय जेब कटने की घटना सामने आई, जिसमें पीड़ित के 5,000 रुपये चोरी हो गए। जीआरपी थाने में शिकायत दर्ज होने के बावजूद पुलिस की निष्क्रियता ने सवाल खड़े कर दिए हैं। स्थानीय यात्रियों का आरोप है कि पुलिस की लापरवाही और अपराधियों के साथ मिलीभगत के चलते इस तरह की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं।

CCTV कैमरे बने सिर्फ दिखावा

भोपाल रेलवे स्टेशन पर सुरक्षा के लिए लगाए गए CCTV कैमरे भी सिर्फ दिखावे के लिए नजर आते हैं। यात्रियों का कहना है कि जीआरपी कर्मी इन कैमरों का उपयोग अपराधियों को पकड़ने में नहीं करते। घटना के बाद भी कैमरे की फुटेज चेक करने की जहमत नहीं उठाई जाती, जिससे पीड़ितों को न तो उनका सामान वापस मिलता है और न ही अपराधियों को पकड़ने की कोई ठोस कार्रवाई होती है।

पीड़ित यात्री की आपबीती

एक पीड़ित यात्री ने बताया कि कुछ दिनों पहले ट्रेन में चढ़ते समय उसकी जेब कट गई। घटना में उसका यात्रा टिकट, महत्वपूर्ण आईडी और पैसे चोरी हो गए। स्टेशन पर मौजूद थाना प्रभारी और उनके सहयोगियों को घटना की जानकारी देने के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं हुई। CCTV फुटेज चेक करने के बजाय पुलिस ने मामला टाल दिया, जिससे यात्री को अपनी यात्रा रद्द करनी पड़ी।

जीआरपी की कार्यशैली पर उठे सवाल

स्थानीय लोगों और यात्रियों का कहना है कि जीआरपी की यह कार्यशैली उनकी अपराधियों के साथ मिलीभगत की ओर इशारा करती है। भोपाल रेलवे स्टेशन पर बढ़ती जेबकटी की घटनाओं ने यात्रियों की सुरक्षा को लेकर गंभीर चिंताएं पैदा कर दी हैं।

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