आष्टा (मध्यप्रदेश)। आष्टा में हालिया विवाद को लेकर करनी सेना की ओर से दिया गया एक बयान सामने आने के बाद क्षेत्र में तनाव का माहौल बन गया है। संगठन से जुड़े कुछ पदाधिकारियों ने आरोप लगाया है कि जिन घरों और मस्जिदों से कथित रूप से पत्थरबाजी हुई, उन पर अब तक कार्रवाई नहीं की गई है।
5 दिन में कार्रवाई नहीं तो आंदोलन की चेतावनी
करनी सेना से जुड़े लोगों ने सार्वजनिक रूप से यह चेतावनी दी है कि यदि पांच दिनों के भीतर प्रशासन द्वारा कार्रवाई नहीं की गई, तो वे स्वयं कार्रवाई करने की बात कह रहे हैं। बयान में यह भी कहा गया कि पत्थरबाजी की सजा घर और जमीन से बेदखली होनी चाहिए। हालांकि इस तरह के बयान कानून के दायरे से बाहर माने जाते हैं और स्वयं न्याय करने की धमकी देना दंडनीय अपराध की श्रेणी में आता है।
प्रशासन और पुलिस सतर्क
सूत्रों के अनुसार, इस बयान के बाद जिला प्रशासन और पुलिस पूरी तरह अलर्ट मोड पर है। संवेदनशील इलाकों में पुलिस बल बढ़ाया गया है और सोशल मीडिया पर नजर रखी जा रही है, ताकि किसी भी प्रकार की अफवाह या भड़काऊ संदेश से स्थिति न बिगड़े।
कानून हाथ में लेने की अनुमति नहीं
प्रशासनिक अधिकारियों का स्पष्ट कहना है कि पत्थरबाजी या हिंसा की जांच कानून के तहत की जाएगी, दोषी पाए जाने वालों पर कानूनी कार्रवाई होगी। किसी भी संगठन या व्यक्ति को कानून अपने हाथ में लेने की इजाजत नहीं दी जाएगी
शांति बनाए रखने की अपील
प्रशासन ने सभी समुदायों और संगठनों से संयम और शांति बनाए रखने की अपील की है। अधिकारियों का कहना है कि सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने वाले बयान देने वालों पर भी कड़ी नजर रखी जा रही है और जरूरत पड़ी तो कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
> नोट: यह रिपोर्ट सार्वजनिक बयानों और प्रशासनिक सूत्रों पर आधारित है। किसी भी प्रकार की हिंसा, धमकी या गैरकानूनी कार्रवाई का समर्थन नहीं किया जाता।
आष्टा विवाद: करनी सेना की चेतावनी से बढ़ा तनाव, प्रशासन अलर्ट पर
