स्वास्थ्य संस्थाओं का औचक निरीक्षण: विलंब से पहुंचे स्टाफ पर वेतन कटौती और कारण बताओ नोटिस जारी

भोपाल। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (सीएमएचओ) भोपाल डॉ. प्रभाकर तिवारी के निर्देश पर 12 दिसंबर को स्वास्थ्य संस्थाओं की सुबह की ओपीडी का औचक निरीक्षण किया गया। इस दौरान समय पर न पहुंचने वाले चिकित्सा अधिकारियों और अन्य स्टाफ के खिलाफ वेतन कटौती और कारण बताओ नोटिस जारी किए गए।
औचक निरीक्षण में क्या-क्या देखा गया
निरीक्षण दल ने जिला स्तर और शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर समय पर उपस्थिति, दवाओं की उपलब्धता, रिकॉर्ड कीपिंग, निशुल्क पैथोलॉजी जांच, साफ-सफाई, और शासन की योजनाओं के क्रियान्वयन की जांच की। मरीजों से चर्चा कर उनकी समस्याओं और फीडबैक को भी ध्यान में लिया गया।
निरीक्षण में शामिल केंद्र:
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कोलार
सिविल डिस्पेंसरी पंचशील नगर, गोविंदपुरा
मुख्यमंत्री संजीवनी क्लीनिक (गौतम नगर, बाबा नगर, राहुल नगर, बैरागढ़ चीचली, लक्ष्मण नगर)
शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (कोटरा, ईशान नगर, मिसरोद)
अन्य प्रमुख स्वास्थ्य केंद्र
विलंब से पहुंचे स्टाफ पर कार्यवाही
सीएमएचओ डॉ. तिवारी ने बताया कि सुबह 9 बजे ओपीडी का समय तय किया गया है। इसमें देरी मरीजों को अनावश्यक परेशानियां देती है। निरीक्षण के दौरान समय पर उपस्थित न होने वाले स्टाफ पर सख्त कदम उठाते हुए वेतन कटौती की गई और संबंधित अधिकारियों को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया।
जिन पर कार्यवाही हुई:
डॉ. अंजू, सिविल डिस्पेंसरी अहमदाबाद
डॉ. प्रशांत, सिविल डिस्पेंसरी अहमदाबाद
डॉ. लक्ष्मी लहरी, मुख्यमंत्री संजीवनी क्लिनिक लक्ष्मण नगर
डॉ. नैंसी गुप्ता, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कोलार
अन्य चिकित्सक, लैब टेक्नीशियन, फार्मासिस्ट, और नर्सिंग स्टाफ
निरीक्षण में अच्छे प्रदर्शन वाले केंद्र
सिविल डिस्पेंसरी पंचशील नगर, मुख्यमंत्री संजीवनी क्लिनिक (बाबा नगर, राहुल नगर, बैरागढ़ चीचली) में स्टाफ की उपस्थिति और सेवाएं संतोषजनक पाई गईं।
सीएमएचओ का संदेश
डॉ. तिवारी ने कहा, “स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता बनाए रखने के लिए समय पर उपस्थिति और समर्पित कार्य जरूरी है। समय-समय पर औचक निरीक्षण के माध्यम से सेवाओं का आकलन किया जाएगा। लापरवाही पाए जाने पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।”