State

समय सीमा में फैक्ट्री शुरू नहीं करने पर उद्योग विभाग की सख्त कार्रवाई, भिंड में 3 भूखंडों की लीज रद्द

भिंड। जिला व्यापार एवं उद्योग केंद्र, भिंड के महाप्रबंधक ने जिले के अर्द्ध शहरी औद्योगिक क्षेत्र में निर्धारित समय सीमा के भीतर फैक्ट्री संचालन शुरू नहीं करने पर 3 भूखंडों की लीज निरस्त कर दी है। यह कार्रवाई उद्योग आयुक्त, उद्योग संचालनालय और कलेक्टर भिंड संजीव श्रीवास्तव के आदेशानुसार की गई है। इस फैसले से जिले में उद्योग स्थापना की गतिविधियों को बढ़ावा देने के उद्देश्य से नए निवेशकों और युवाओं को इकाई स्थापित करने का मौका मिलेगा।

किन भूखंडों की हुई लीज निरस्त?

महाप्रबंधक के अनुसार, जिन इकाइयों की लीज निरस्त की गई है उनमें मैसर्स सेकण्ड कम्प्यूटर (भू-खण्ड क्रमांक 29 सी), मैसर्स श्री इंडस्ट्री (भू-खण्ड क्रमांक 13 का भाग) और भू-खण्ड क्रमांक 2 बी शामिल हैं। इन इकाइयों ने तय समय सीमा के भीतर फैक्ट्री का संचालन शुरू नहीं किया था, जिसके चलते यह सख्त कदम उठाया गया। इसके अलावा, मैसर्स बालाजी वुडन इंडस्ट्रीज (भू-खण्ड क्रमांक 15 का भाग) को अतिक्रमण और लकड़ी के अवैध संग्रहण को हटाने के संबंध में 3 दिन का नोटिस भी जारी किया गया है।

अन्य निवेशकों और युवाओं को मिलेगा अवसर

इस कार्रवाई का मुख्य उद्देश्य उद्योग क्षेत्र में लंबित भूखंडों को उन निवेशकों को आवंटित करना है, जो समय पर अपनी इकाई स्थापित कर रोजगार के नए अवसर पैदा कर सकें। जिला व्यापार एवं उद्योग केंद्र के अधिकारियों ने स्पष्ट किया कि भूखंडों का उपयोग सही तरीके से न होने पर प्रशासन सख्त कदम उठाएगा, ताकि नए निवेशकों को औद्योगिक क्षेत्र में अपनी इकाई स्थापित करने का उचित मौका मिल सके।

जिले में उद्योग विकास के प्रयास

कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव के निर्देश पर जिले में उद्योगों को बढ़ावा देने और आर्थिक विकास को सुदृढ़ करने के लिए यह कदम उठाया गया है। इस प्रकार की कार्रवाई यह सुनिश्चित करेगी कि केवल गंभीर निवेशकों को ही भूखंड आवंटित किए जाएं, ताकि जिले का औद्योगिक विकास सुचारू रूप से हो सके।

उद्योग जगत में संदेश: समय पर काम शुरू करें वरना होगी सख्त कार्रवाई

इस कार्रवाई से उन निवेशकों को भी संदेश गया है, जो भूखंड आवंटन तो ले लेते हैं लेकिन समय पर इकाई स्थापित नहीं करते। प्रशासन का कहना है कि भविष्य में भी ऐसी सख्ती जारी रहेगी और जिन इकाइयों का संचालन तय समय में शुरू नहीं होगा, उनकी लीज निरस्त कर दी जाएगी।

जिला प्रशासन का यह कदम उद्योग क्षेत्र में नए और इच्छुक निवेशकों के लिए एक सकारात्मक संदेश है, जिससे भिंड जिले में औद्योगिक विकास को गति मिलेगी। इससे नए उद्यमियों और युवाओं को रोजगार के अवसर भी उपलब्ध होंगे।

Related Articles