भोपाल। भोपाल जिले में खाद्य सुरक्षा प्रशासन द्वारा स्ट्रीट फूड वेंडर्स को स्वच्छता और गुणवत्ता को लेकर जागरूक करने के उद्देश्य से प्रशिक्षण और जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। इसी क्रम में सोमवार को लाल घाटी स्थित हॉकर्स कॉर्नर में एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें बड़ी संख्या में फास्ट फूड विक्रेताओं और खाद्य कारोबारियों ने भाग लिया।
यह कार्यक्रम कलेक्टर श्री कौशलेन्द्र विक्रम सिंह के निर्देशानुसार संचालित किया गया, जिसमें खाद्य सुरक्षा से जुड़े नियमों और अच्छे कारोबारी अभ्यासों की जानकारी दी गई। कार्यक्रम के दौरान खाद्य कारोबारकर्ताओं को बताया गया कि उन्हें अपने फूड कार्ट हमेशा साफ-सुथरे रखने चाहिए, खाना बनाते समय स्वच्छ कपड़े, ग्लव्स और एप्रिन का इस्तेमाल जरूरी है। साथ ही, मोनो सोडियम ग्लूटामेट (अजीनोमोटो), विनेगर, कृत्रिम फ्लेवर और रंगों के उपयोग की सीमाएं भी स्पष्ट की गईं।
विक्रेताओं को यह भी निर्देश दिया गया कि तलने के लिए एक ही तेल का तीन बार से ज्यादा इस्तेमाल नहीं किया जाना चाहिए, ताकि ग्राहकों को सुरक्षित और स्वास्थ्यवर्धक भोजन मिल सके।
कार्यक्रम के अंतर्गत फास्ट फूड की गुणवत्ता की जांच के लिए विभिन्न प्रतिष्ठानों से नमूने भी एकत्र किए गए। अभिहित अधिकारी श्री देवेंद्र कुमार वर्मा के निर्देशानुसार, लाल घाटी स्थित दिल्ली 6 से चाउमिन, बैरागढ़ के न्यू मैगी हाउस से नूडल्स, बृज फास्ट फूड से मंचूरियन और नूडल्स, करोंद स्थित मीना रेस्टोरेंट से समोसा और कचौड़ी, तथा निधि चाउमिन सेंटर से पास्ता और मंचूरियन राइस के सैंपल लिए गए और उन्हें राज्य खाद्य परीक्षण प्रयोगशाला, भोपाल भेजा गया है।
इस अभियान का उद्देश्य भोपाल में स्ट्रीट फूड की गुणवत्ता सुधारना, स्वास्थ्य के प्रति जन-जागरूकता बढ़ाना और फूड वेंडर्स को प्रशिक्षित कर उन्हें खाद्य सुरक्षा मानकों के प्रति संवेदनशील बनाना है।
भोपाल के लाल घाटी हॉकर्स जोन में स्ट्रीट फूड वेंडर्स के लिए जागरूकता और प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित, खाने की गुणवत्ता पर विशेष जोर
