सपा नेता के भाई ने ब्राह्मण नेताओं को दी “कुत्ता” कहकर गालियां, रायबरेली में बढ़ा जातीय विवाद – प्रशासन मौन!

उत्तर प्रदेश की सियासत में एक बार फिर ब्राह्मण विरोधी बयानबाजी ने माहौल गरमा दिया है। समाजवादी पार्टी से जुड़े एक यादव नेता पर आरोप है कि उसने पार्टी के ही वरिष्ठ ब्राह्मण नेताओं माता प्रसाद पाण्डेय और पवन पाण्डेय को “कुत्ता” कहकर अपमानित किया। घटना के बाद राजनीतिक गलियारों में हलचल मच गई है, लेकिन पीड़ित पक्ष की ओर से अब तक कोई सख्त प्रतिक्रिया नहीं आई है।
रायबरेली से सामने आया यह मामला सपा में बढ़ते जातीय विभाजन को उजागर कर रहा है। बताया जा रहा है कि सपा जिला अध्यक्ष राजेश यादव का सगा भाई सार्वजनिक रूप से पूर्व विधानसभा अध्यक्ष माता प्रसाद पाण्डेय और वरिष्ठ सपा नेता पवन पाण्डेय को “कुत्ता” कहकर गालियां दे रहा था। सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में यह बयान खुले तौर पर ब्राह्मण समाज का अपमान करता नजर आता है।
लोगों का कहना है कि यह मामला सिर्फ दो नेताओं के बीच विवाद नहीं, बल्कि ब्राह्मण समाज के सम्मान पर सीधा हमला है। सवाल यह भी उठ रहा है कि जिन नेताओं—माता प्रसाद पाण्डेय और पवन पाण्डेय—ने समाजवादी आंदोलन को खड़ा करने में दशकों दिए, वे अब अपनी ही पार्टी में अपमानित हो रहे हैं और चुप्पी साधे हुए हैं।
स्थानीय राजनीतिक विश्लेषकों के मुताबिक, यदि इस पर तत्काल सपा नेतृत्व ने कार्यवाही नहीं की, तो इसका असर 2027 के विधानसभा चुनावों में ब्राह्मण वोट बैंक पर साफ दिखाई देगा। जनभावनाओं में गुस्सा है कि आखिर कब तक ब्राह्मणों के सम्मान के साथ खिलवाड़ किया जाएगा और राजनीतिक दलों की चुप्पी इसे संरक्षण देती रहेगी?





