SIR कार्य में संलग्न मृतक BLO कर्मचारियों को 1-1 करोड़ मुआवजा व सरकारी नौकरी देने की मांग तेज

भोपाल। SIR (Systematic Information Revision) कार्य के दौरान अत्यधिक दबाव और सीमित समयसीमा के कारण प्रदेश में 22 बीएलओ (BLO) कर्मचारियों की मौत हो चुकी है। इस गंभीर स्थिति पर सेवानिवृत्त अर्द्ध शासकीय अधिकारी–कर्मचारी फेडरेशन ने गहरी चिंता व्यक्त करते हुए मृतकों के परिवारों के लिए 1-1 करोड़ रुपये का मुआवजा और सरकारी नौकरी देने की मांग की है। फेडरेशन ने SIR कार्य की समय सीमा बढ़ाने और वर्ष 2003 की मतदाता सूची बीएलओ के माध्यम से उपलब्ध कराने की भी अपील की है।

मृतक परिवारों में आक्रोश और भविष्य की चिंता

फेडरेशन के प्रांताध्यक्ष अनिल बाजपेई और महासचिव अरुण वर्मा ने बताया कि सीमित समय में भारी काम का दबाव, लगातार निगरानी और तकनीकी कार्यों का तनाव बीएलओ कर्मचारियों के लिए अत्यंत कठिन साबित हो रहा है। काम के दौरान 22 कर्मचारियों की मृत्यु से उनके परिवारों में गहरा असंतोष और आक्रोश है। परिजन अपने भविष्य और भरण-पोषण को लेकर चिंतित हैं, क्योंकि अचानक सहारा छिन जाने से परिवार आर्थिक संकट में पहुंच गया है।

मुख्यमंत्री और चुनाव आयुक्त से की बड़ी मांग

फेडरेशन ने माननीय चुनाव आयुक्त और मुख्यमंत्री से आग्रह करते हुए कहा कि मृतक बीएलओ कर्मचारियों के परिजनों को 1-1 करोड़ रुपये का मुआवजा दिया जाए। परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी प्रदान की जाए।।SIR कार्य की समय सीमा बढ़ाई जाए, ताकि कर्मचारियों पर अत्यधिक दबाव न रहे। वर्ष 2003 की मतदाता सूची बीएलओ के माध्यम से उपलब्ध कराने के निर्देश जारी किए जाएं।।अनिल बाजपेई (प्रांताध्यक्ष) और अरुण वर्मा (महासचिव) ने कहा कि सरकार यदि इस दिशा में ठोस निर्णय लेती है, तो यह मृतक परिवारों को राहत देने और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम होगा।

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