
भोपाल: कुक्कुट विकास निगम के संविदा कर्मचारियों ने अपनी लंबित मांगों को लेकर दूसरे दिन भी मौन धरना दिया और प्रबंधन के खिलाफ विरोध जताया। कर्मचारियों की मुख्य मांग 22 जुलाई 2023 की संविदा नीति के तहत वेतन और भत्ते दिए जाने की है।
तीन महीने बाद भी आदेश नहीं, कर्मचारियों में आक्रोश
कुक्कुट विकास निगम के संचालक मंडल ने सामान्य प्रशासन विभाग द्वारा जारी संविदा नीति (22 जुलाई 2023) को मंजूरी दी थी और निगम के संविदा कर्मचारियों को इसका लाभ देने का निर्णय लिया था। इसके बावजूद निगम प्रबंधन ने अब तक आदेश जारी नहीं किए, जिससे कर्मचारी नाराज हैं।
संविदा कर्मचारियों ने 1 जनवरी 2025 से 7 जनवरी 2025 तक सात दिवसीय हड़ताल की थी, जिसके बाद निगम प्रबंधन ने लिखित आश्वासन दिया था कि 7 दिनों के भीतर आदेश जारी किए जाएंगे। लेकिन 3 महीने बीतने के बाद भी आदेश जारी नहीं हुआ, जिसके चलते कर्मचारियों ने दोबारा अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू कर दी है।
सामान्य प्रशासन विभाग भी दे चुका है समर्थन
गौरतलब है कि सामान्य प्रशासन विभाग ने भी स्पष्ट कर दिया है कि संविदा नीति 2023 की कंडिका क्रमांक 3.1 से 3.5 के तहत कार्रवाई की जा सकती है। संचालक मंडल की मंजूरी और सामान्य प्रशासन विभाग के समर्थन के बावजूद आदेश जारी न होने से कर्मचारियों में गहरा असंतोष है।
प्रमुख प्रदर्शनकारी:
इस आंदोलन में अंकित पाठक, अक्षय राजपूत, प्रणय सक्सेना, प्रदेश नंदनवार, प्रणव कल, दीपक शर्मा, प्रमोद, वैशाली पटेल, आस्था यादव, सावित्री, सिद्धांत गुप्ता, दीपक बलेचा, संजय सैनी, नारायण प्रताप, राम अवतार, राधे राधे गौर, श्याम सिंह, सविता, पंडित कन्हैया लाल सहित कई कर्मचारी शामिल हैं।
संविदा कर्मचारी संघ के अध्यक्ष रमेश राठौर की चेतावनी
मध्य प्रदेश संविदा कर्मचारी संघ के अध्यक्ष रमेश राठौर ने सरकार को चेतावनी दी है कि “यदि हमारी मांगे जल्द पूरी नहीं हुईं, तो अनिश्चितकालीन हड़ताल जारी रहेगी। कुक्कुट विकास निगम को जल्द से जल्द आदेश जारी करने होंगे।”