
भोपाल। पश्चिम मध्य रेलवे में कार्यरत महिला और पुरुष कर्मचारियों के बीच कार्यस्थल पर आने वाली समस्याओं के समाधान के उद्देश्य से Gender Sensitization विषय पर एक महत्वपूर्ण सेमिनार का आयोजन किया गया। यह सेमिनार 13 दिसंबर 2024 को जबलपुर मंडल के मंडल रेल प्रबंधक कार्यालय के कांफ्रेंस हॉल में आयोजित हुआ।
महाप्रबंधक श्रीमती शोभना बंदोपाध्याय के मार्गदर्शन और वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देशन में पश्चिम मध्य रेलवे के रेल सुरक्षा बल (आरपीएफ) के कर्मचारियों पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। इस सेमिनार का आयोजन महिला और पुरुष कर्मचारियों के बीच व्यवहार संबंधी समस्याओं के निराकरण के लिए किया गया था।
सेमिनार में प्रमुख वक्ता और विषय
इस सेमिनार में पश्चिम मध्य रेलवे के प्रमुख मुख्य सुरक्षा आयुक्त श्री राजीव कुमार यादव, प्रिंसिपल मजिस्ट्रेट किशोर न्यायालय जबलपुर श्रीमती मंजू सिंह, मुख्य चिकित्सा अधीक्षिका श्रीमती निर्मला गुप्ता, और वरिष्ठ मंडल सुरक्षा आयुक्त श्री मो. मुनव्वर खान मुख्य वक्ताओं के रूप में उपस्थित थे।
सेमिनार में विशाखा कमेटी, पोक्सो एक्ट, पोस एक्ट, और जे जे एक्ट के प्रमुख प्रावधानों पर विस्तृत चर्चा की गई। महिला और पुरुष कर्मचारियों के बीच कार्यस्थल पर होने वाली समस्याओं पर भी विचार विमर्श किया गया। ओपन सेशन के दौरान कर्मचारियों द्वारा दिए गए सुझावों को सुना गया।
आरपीएफ कर्मचारियों की सहभागिता
इस सेमिनार में 48 आरपीएफ कर्मचारी उपस्थित थे, जिनमें से 21 महिला कर्मचारी थीं। यह सेमिनार कर्मचारियों को समानता, सम्मान और सुरक्षा के प्रति जागरूक करने का एक महत्वपूर्ण कदम था।
पश्चिम मध्य रेलवे का संकल्प
पश्चिम मध्य रेलवे का उद्देश्य इस प्रकार के कार्यक्रमों के माध्यम से रेल सुरक्षा बल के कर्मचारियों के बीच gender sensitivity को बढ़ावा देना और कार्यस्थल पर किसी भी प्रकार के भेदभाव को समाप्त करना है। भविष्य में भी इस तरह के अभियान जारी रहेंगे, जिससे रेलवे के कर्मचारियों के व्यवहार में और सुधार हो सके।