आकाश सिंह राजपूत ने निभाया माँ से किया वादा, भावुक कर देने वाली मुलाकात बनी मिसाल
भोपाल। राजनीति में जब संवेदनाएं जीवित होती हैं, तो सेवा सिर्फ़ शब्द नहीं, एक भावना बन जाती है। इसका जीवंत उदाहरण बने अभिनेता और समाजसेवी आकाश सिंह राजपूत, जिन्होंने अपने चुनाव अभियान के दौरान सुरखी विधानसभा क्षेत्र की एक बुजुर्ग माँ से किया वादा आखिरकार निभा दिया।चुनावी व्यस्तता के दौरान उन्होंने उस माता जी से कहा था कि मैं दोबारा आपसे मिलने ज़रूर आऊँगा। समय बीत गया, चुनावी हलचल शांत हो गई, लेकिन वह वादा उनके दिल में जीवित रहा। महीनों तक उन्होंने सोशल मीडिया पर उस माँ की तलाश जारी रखी तस्वीरें देखीं, स्थानीय लोगों से पूछताछ की, पोस्ट साझा कीं और संदेश भेजे। अंततः उनकी कोशिश रंग लाई और गुरुवार को वह पल आ ही गया जब आकाश सिंह राजपूत उस बुजुर्ग माँ से मिलने पहुँचे।
माँ के आशीर्वाद से भर आया माहौल
मुलाकात का क्षण हर किसी के लिए भावुक कर देने वाला था। जैसे ही बुजुर्ग महिला ने आकाश को देखा, उन्होंने उन्हें गले से लगा लिया। दोनों की आँखों से खुशी के आँसू छलक पड़े। उपस्थित लोगों ने बताया कि उस समय वातावरण में ममता और अपनत्व का अद्भुत संगम था।
आकाश सिंह राजपूत ने कहा कि यह मेरे जीवन के सबसे सुखद क्षणों में से एक है। माँ का आशीर्वाद मेरे लिए किसी पुरस्कार से कम नहीं।
वादा निभाना ही पहचान
इस मुलाकात ने यह साबित कर दिया कि आकाश सिंह राजपूत के लिए राजनीति केवल प्रचार का माध्यम नहीं, बल्कि जनता के सुख-दुख में सहभागी बनने का संकल्प है। वे हर वादा निभाने में विश्वास रखते हैं, चाहे वह मंच से किया गया हो या दिल से।
फिल्मों से समाजसेवा तक की यात्रा
गौरतलब है कि आकाश सिंह राजपूत फिल्म इंडस्ट्री में अपने दमदार अभिनय के लिए जाने जाते हैं। लेकिन आज वे लोकसेवा और मानवीय संवेदना के क्षेत्र में भी उतनी ही गंभीरता से सक्रिय हैं। वे कहते हैं कि लोकसेवा मेरे अभिनय की नहीं, मेरे जीवन की सबसे बड़ी भूमिका है।
सोशल मीडिया पर शुरू हुई तलाश… और आशीर्वाद में मिला सुकून
