प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं का तेजी से विस्तार: 100 सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी नियुक्त, बड़वानी को 30 और मण्डला को 23 नए स्वास्थ्य अधिकारी मिले

भोपाल । मध्यप्रदेश सरकार ने ग्रामीण क्षेत्रों में प्राथमिक स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत बनाने की दिशा में बड़ा कदम उठाया है। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (NHM) ने एक साथ 100 सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारियों (CHO) की नियुक्ति कर दी है। इन नियुक्तियों का सबसे बड़ा लाभ आकांक्षी व उच्च प्राथमिकता वाले जिलों को मिलेगा, जिससे लोगों को अधिकतम 30 मिनट की दूरी पर ही गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध हो सकेगी।

प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं का विस्तार—100 नए CHO की पदस्थापना

राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन मध्यप्रदेश द्वारा जारी आदेशों के अनुसार बड़वानी जिले को सबसे अधिक 30, वहीं मण्डला जिले को 23 सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी मिले हैं। इनके अलावा उमरिया, शहडोल, छतरपुर और दमोह जैसे जिलों को भी प्राथमिकता देते हुए नई नियुक्तियाँ की गई हैं। इन CHO को उप-स्वास्थ्य केंद्र स्तर के आयुष्मान आरोग्य मंदिरों में तैनात किया जाएगा, जहां वे ग्रामीण आबादी को आसानी से उपलब्ध, गुणवत्तापूर्ण और त्वरित स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करेंगे।

आयुष्मान आरोग्य मंदिर, समग्र स्वास्थ्य सेवा का नया आधार

राष्ट्रीय स्वास्थ्य नीति के अंतर्गत विकसित आयुष्मान आरोग्य मंदिरों में आज 12 प्रमुख स्वास्थ्य सेवाओं का समागम होता है। इनमें गर्भावस्था और मातृ स्वास्थ्य देखभाल,  बाल एवं किशोर स्वास्थ्य, संचारी और असंचारी रोगों का प्रबंधन, मानसिक स्वास्थ्य सेवाएं, वृद्धजन स्वास्थ्य, दंत, नेत्र और ENT रोग उपचार, आपातकालीन चिकित्सा सेवा विशेष रूप से शामिल हैं।  इन केंद्रों में 17 प्रकार की पैथोलॉजी जांच और 126 दवाएं पूरी तरह निशुल्क उपलब्ध कराई जा रही हैं। स्वास्थ्य जागरूकता हेतु योग और पोषण कार्यक्रम भी नियमित रूप से संचालित किए जा रहे हैं।

प्रदेश में 12,655 आयुष्मान आरोग्य मंदिर सक्रिय

वर्तमान में मध्यप्रदेश में 12,655 आयुष्मान आरोग्य मंदिर कार्यरत हैं और इनमें से 97% से अधिक केंद्रों पर मानव संसाधन की नियुक्ति पूर्ण हो चुकी है। नए 100 CHO की नियुक्ति से इन सेवाओं की गुणवत्ता और पहुंच दोनों और बेहतर होंगी।

पारदर्शी प्रक्रिया से हुई नियुक्ति

CHO पदों के तहत चयनित उम्मीदवारों को सर्टिफिकेट कोर्स इन कम्युनिटी हेल्थ पूरा कराए जाने के बाद जिलों में विकल्प चुनने का अवसर दिया गया था। अब संबंधित जिलों के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (CMHO) द्वारा रिकॉर्ड सत्यापन के बाद अंतिम नियुक्ति आदेश जारी किए जा रहे हैं।

Exit mobile version