प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एम्स भोपाल में कौटिल्य भवन का उद्घाटन और ड्रोन सेवाओं का शुभारंभ किया

भोपाल, । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को 9वें राष्ट्रीय आयुर्वेद दिवस के अवसर पर एम्स भोपाल में ‘कौटिल्य भवन’ का उद्घाटन और ड्रोन सेवा सुविधा का वर्चुअल माध्यम से शुभारंभ किया। इस कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री जेपी नड्डा, मनसुख मांडविया, राज्य मंत्री प्रताप राव जाधव, अनुप्रिया पटेल, शोभा करंदलाजे और मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव भी वर्चुअली शामिल हुए। एम्स भोपाल में आयोजित समारोह में राज्य मंत्री कृष्णा गौर और भोपाल के सांसद आलोक शर्मा विशेष रूप से उपस्थित थे।
प्रधानमंत्री मोदी का संबोधन: आयुर्वेद और आधुनिक चिकित्सा का संगम
प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में कहा, “नया भारत अपनी प्राचीन परंपराओं और आधुनिक चिकित्सा के समन्वय से वैश्विक स्वास्थ्य क्षेत्र में योगदान दे रहा है। आज 150 से अधिक देशों में आयुर्वेद दिवस मनाया जा रहा है।” उन्होंने आयुष्मान भारत योजना की उपलब्धियों का जिक्र करते हुए कहा कि 4 करोड़ से अधिक लोग इससे लाभान्वित हुए हैं। इस अवसर पर उन्होंने धन्वंतरि जयंती पर आयुष्मान वय वंदना कार्ड की भी शुरुआत की, जो अब 70 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के नागरिकों को लाभान्वित करेगा।
राज्य मंत्री कृष्णा गौर: स्वास्थ्य सेवाओं में नई उम्मीद
राज्य मंत्री कृष्णा गौर ने कहा, “कौटिल्य भवन के उद्घाटन से एम्स भोपाल के छात्रों और मरीजों को बेहतर सुविधाएं मिलेंगी, और इससे संस्थान की स्वास्थ्य सेवाओं में प्रगति होगी। हम लगातार सेवा सुधार के लिए प्रतिबद्ध हैं।”
सांसद आलोक शर्मा: ड्रोन सेवा से ग्रामीण इलाकों को लाभ
सांसद आलोक शर्मा ने कहा कि ड्रोन सेवा की शुरुआत से रायसेन जिले के गौहरगंज जैसे दूरदराज के क्षेत्रों में जरूरी दवाओं और रक्त की आपूर्ति में तेजी आएगी, जिससे ग्रामीण स्वास्थ्य सेवाएं मजबूत होंगी।
एम्स भोपाल के अध्यक्ष और कार्यपालक निदेशक का बयान
एम्स भोपाल के अध्यक्ष डॉ. सुनील मलिक ने प्रधानमंत्री की स्वास्थ्य योजनाओं की प्रशंसा करते हुए कहा, “आयुष्मान भारत योजना ने लाखों नागरिकों को स्वास्थ्य सुरक्षा प्रदान की है।”
कार्यपालक निदेशक प्रो. (डॉ.) अजय सिंह ने कहा, “कौटिल्य भवन के उद्घाटन और ड्रोन सेवाओं का शुभारंभ संस्थान के लिए प्रगति का नया अध्याय है। यह भवन 11,900 वर्गमीटर क्षेत्र में फैला है और इसकी लागत 64.44 करोड़ रुपये है। इसकी छह मंजिलें (ग्राउंड + 5) हमारे ढांचागत विकास को बढ़ावा देंगी।”
निष्कर्ष: स्वास्थ्य सेवाओं में नवाचार की दिशा में कदम
कौटिल्य भवन और ड्रोन सेवाओं की शुरुआत से एम्स भोपाल की प्रशासनिक और स्वास्थ्य सेवा क्षमताओं को नया आयाम मिलेगा। यह पहल न केवल शहरी बल्कि ग्रामीण इलाकों तक स्वास्थ्य सेवाओं की पहुंच को सुदृढ़ करेगी, जिससे संस्थान का समर्पण और नवाचार स्पष्ट रूप से झलकता है।