
भोपाल: राज्य की राजधानी में वायु गुणवत्ता बेहद खराब स्थिति में पहुंच गई है। भोपाल का एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 294 तक पहुंच गया है, जो स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है।
प्रदूषण के कारण:
शहर में रोजाना 2.5 टन कचरा जलाया जा रहा है।
विशेषज्ञों के अनुसार, 1 टन कचरा जलाने से AQI में 8-10 अंक की वृद्धि होती है।
आरोप है कि नगर निगम के कर्मचारी खुद कचरा जलाने में शामिल हैं।
प्रशासन की कार्रवाई:
भोपाल कलेक्टर ने कचरा और पराली जलाने पर प्रतिबंध लगाया है।
बावजूद इसके, कचरा जलाने की घटनाएं जारी हैं।
पर्यावरणीय संकट:
विशेषज्ञों का कहना है कि यदि कचरा जलाने पर तुरंत रोक नहीं लगाई गई, तो वायु प्रदूषण और बढ़ सकता है, जिससे शहरवासियों के स्वास्थ्य पर गंभीर प्रभाव पड़ेगा।





