एम्स भोपाल में विश्व खाद्य सुरक्षा दिवस पर विशेष जागरूकता अभियान का आयोजन
सुरक्षित भोजन, सुरक्षित जीवन की दिशा में कदम – प्रो. अजय सिंह

भोपाल। एम्स भोपाल में 7 जून 2025 को विश्व खाद्य सुरक्षा दिवस के अवसर पर एक विशेष जनजागरूकता अभियान का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का उद्देश्य नागरिकों को स्वस्थ, स्वच्छ और सुरक्षित भोजन के महत्व के प्रति जागरूक करना और खाद्य जनित बीमारियों के खतरों को रोकने के उपायों पर ध्यान केंद्रित करना था।

यह अभियान एम्स भोपाल के कार्यपालक निदेशक प्रो. (डॉ.) अजय सिंह के मार्गदर्शन में आयोजित हुआ, जिसमें नागरिकों, छात्रों और स्वास्थ्यकर्मियों की सक्रिय भागीदारी रही।

जागरूकता अभियान की मुख्य बातें:

उद्देश्य: दूषित भोजन और जल से होने वाली बीमारियों पर रोक, सतत विकास लक्ष्यों को समर्थन।

फोकस क्षेत्र:

सुरक्षित भोजन की आदतें

स्वच्छ जल का उपयोग

खाद्य सामग्री का उचित भंडारण

लेबल, एक्सपायरी डेट और गुणवत्ता की जांच


प्रो. अजय सिंह का संदेश:

इस अवसर पर प्रो. अजय सिंह ने कहा ki सुरक्षित भोजन ही सुरक्षित जीवन की गारंटी देता है। खेत से लेकर थाली तक, भोजन की हर प्रक्रिया में सावधानी अनिवार्य है। हम सभी को खुद भी सतर्क रहना है और दूसरों को भी जागरूक करना है, ताकि ‘स्वस्थ भारत, सुरक्षित भारत’ का सपना पूरा हो सके।”

नागरिकों के लिए दिशा-निर्देश:

कार्यक्रम में नागरिकों से अपील की गई कि वे दैनिक जीवन में निम्नलिखित उपाय अपनाएं:

लेबल पढ़ें – खाद्य उत्पाद की निर्माण और समाप्ति तिथि की जांच करें
ताजगी पर ध्यान दें – फल और सब्ज़ियों को अच्छी तरह धोकर प्रयोग करें
संदिग्ध भोजन से बचें – बासी, दूषित या संदिग्ध सामग्री का उपयोग न करें
भोजन का भंडारण सावधानी से करें – संक्रमण से बचाव के लिए स्वच्छता बनाए रखें
शुद्ध जल का प्रयोग करें – पीने, खाना बनाने और धोने के लिए स्वच्छ जल आवश्यक है


खाद्य सुरक्षा और सतत विकास:

कार्यक्रम में यह भी रेखांकित किया गया कि सुरक्षित भोजन न केवल व्यक्तिगत स्वास्थ्य के लिए आवश्यक है, बल्कि यह सतत विकास लक्ष्यों (SDGs) जैसे भूखमुक्त समाज, बेहतर स्वास्थ्य, और स्वच्छ जल-स्वच्छता के लिए भी महत्वपूर्ण है।

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