NSUI का प्रदर्शन: नर्सिंग काउंसिल में भ्रष्टाचार के आरोप, लेखापाल और डिप्टी रजिस्ट्रार के निलंबन की मांग

भोपाल। मध्यप्रदेश नर्सिंग काउंसिल में भ्रष्टाचार और अनियमितताओं के खिलाफ NSUI ने बड़ा प्रदर्शन किया। संगठन ने काउंसिल के लेखापाल राहुल सक्सेना और डिप्टी रजिस्ट्रार चंद्रप्रकाश शुक्ला पर गंभीर आरोप लगाते हुए उनके निलंबन और निष्पक्ष जांच की मांग की है।
डिप्टी रजिस्ट्रार पर नियमों के उल्लंघन के आरोप
NSUI के प्रदेश उपाध्यक्ष रवि परमार ने आरोप लगाया कि डिप्टी रजिस्ट्रार चंद्रप्रकाश शुक्ला ने रजिस्ट्रार की अनुपस्थिति में छात्रों के रजिस्ट्रेशन दस्तावेज़ों पर अनधिकृत हस्ताक्षर किए। संगठन ने इसे प्रशासनिक प्रक्रियाओं का उल्लंघन और छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ बताया। इस मामले की शिकायत एक हफ्ते पहले प्रमुख सचिव से भी की गई थी।
लेखापाल राहुल सक्सेना पर वित्तीय अनियमितताओं का आरोप
लेखापाल राहुल सक्सेना पर वित्तीय अनियमितताओं और 2018 में महिला कर्मचारी द्वारा दर्ज धारा 354(क) और 506 के आपराधिक मामलों का हवाला देते हुए उनकी पदस्थापना पर सवाल खड़े किए गए। NSUI ने कहा कि यह स्थिति नर्सिंग काउंसिल की साख को नुकसान पहुंचा रही है।
NSUI की प्रमुख मांगें
1. लेखापाल राहुल सक्सेना और डिप्टी रजिस्ट्रार चंद्रप्रकाश शुक्ला का तत्काल निलंबन।
2. स्वतंत्र और निष्पक्ष जांच समिति का गठन।
3. दोषी अधिकारियों पर सख्त कार्रवाई।
4. छात्रों के रजिस्ट्रेशन की वैधता सुनिश्चित करना।
5. नर्सिंग काउंसिल में पारदर्शिता और सुधार के लिए सख्त प्रावधान लागू करना।
NSUI का अल्टीमेटम
NSUI प्रदेश उपाध्यक्ष रवि परमार ने कहा, “नर्सिंग काउंसिल में भ्रष्टाचार थमने का नाम नहीं ले रहा। प्रशासन को तुरंत कार्रवाई करनी चाहिए। यदि हमारी मांगें पूरी नहीं की गईं, तो छात्रों और अभिभावकों के साथ उग्र आंदोलन किया जाएगा।”
छात्रों के भविष्य पर संकट
NSUI ने शासन को चेतावनी देते हुए कहा कि यदि शीघ्र कार्रवाई नहीं हुई तो यह मामला और गंभीर हो सकता है। संगठन ने नर्सिंग काउंसिल की साख बहाल करने और छात्रों के हितों की रक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देने की मांग की।