
भोपाल में नव नियुक्त डीजीपी कैलाश मकवाना ने आज अपना पदभार ग्रहण किया। उन्होंने कार्यभार संभालने के तुरंत बाद विभागीय समीक्षा बैठकें कीं और अपनी प्राथमिकताएं स्पष्ट कीं। डीजीपी मकवाना ने कहा, “पुलिस फोर्स को और अधिक पेशेवर और जिम्मेदार बनाना मेरी प्राथमिकता है। राज्य शासन की प्राथमिकताएं हमारे कामकाज में सर्वोपरि रहेंगी।”
सिंहस्थ 2028 पर विशेष ध्यान
डीजीपी मकवाना ने आगामी सिंहस्थ 2028 को एक बड़ा आयोजन बताते हुए कहा कि पुलिस के बुनियादी ढांचे और ट्रेनिंग पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। उन्होंने इसे एक “मेगा चैलेंज” करार देते हुए कहा कि इस आयोजन को लेकर पुलिस कर्मियों को व्यापक प्रशिक्षण दिया जाएगा।
साइबर क्राइम और तकनीकी उपयोग पर जोर
साइबर अपराधों को रोकने और जनता को जागरूक करने पर भी चर्चा हुई। उन्होंने कहा, “साइबर ठगी से बचाव और पुलिस की क्षमता बढ़ाने के लिए तकनीक का अधिकतम उपयोग किया जाएगा।”
यातायात व्यवस्था और ट्रेनिंग
डीजीपी ने कहा कि यातायात व्यवस्था को सुचारू बनाने के लिए विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। उन्होंने हाल ही में कर्नाटक में एक आईपीएस अधिकारी के साथ हुए दुर्घटना का जिक्र करते हुए यातायात पुलिस के लिए सुरक्षा और अनुशासन पर जोर दिया।
भ्रष्टाचार पर सख्त रुख
भ्रष्टाचार को लेकर डीजीपी ने स्पष्ट संदेश दिया कि किसी भी पुलिसकर्मी को गलत कार्यों में लिप्त नहीं होना चाहिए। उन्होंने कहा, “मैं सभी अधीनस्थों से अपेक्षा करता हूं कि वे कानून का पालन करें और ईमानदारी से अपना कर्तव्य निभाएं।”
डीजीपी मकवाना ने विभागीय शाखाओं की विस्तृत समीक्षा करने और प्राथमिकताओं के अनुसार सुधारात्मक कदम उठाने की बात कही। उन्होंने नारकोटिक्स और अन्य मुद्दों को भी प्राथमिकता देने की आवश्यकता जताई।





