भोपाल। केंद्र सरकार द्वारा मजदूर-विरोधी बताए जा रहे चार लेबर कोड्स को बिना परामर्श लागू किए जाने के खिलाफ देशभर के श्रमिक संगठनों का आक्रोश आज सड़कों पर दिखा। इंटक, सीटू, एटक, एआईयूटीयूसी सहित बैंक, बीमा, टेलीफोन, केंद्र और राज्य कर्मचारियों की यूनियनों ने संयुक्त रूप से विरोध दिवस मनाया और काले बिल्ले पहनकर विरोध दर्ज कराया। राजधानी भोपाल में यह प्रदर्शन होशंगाबाद रोड स्थित डाक भवन के सामने आयोजित किया गया, जिसमें बड़ी संख्या में मजदूर, कामगार, कर्मचारी और अधिकारी शामिल हुए।
नई लेबर कोड्स के खिलाफ गूंजे नारे, सरकार पर मजदूर अधिकारों को कमजोर करने का आरोप
सभा को संबोधित करने वाले संगठन पदाधिकारियोंवी.के. शर्मा, शिवशंकर मौर्या, प्रमोद प्रधान, पूषण भट्टाचार्य, विनोद लोगारिया, जितेंद्र भाई, शैलेंद्र शर्मा, दीपक रत्न शर्मा, मोहम्मद नजीर कुरैशी, प्रहलाद बैरागी, पी.एन. वर्मा आदि ने कहा कि 21 नवंबर 2025 को केंद्र सरकार ने बिना किसी चर्चा के लेबर कोड्स लागू करने का निर्णय लेकर मजदूरों पर कानूनी हमला किया है।
वक्ताओं ने आरोप लगाया कि नए श्रम संहिता पूरी तरह नियोक्ता-परस्त हैं और इनमें मजदूरों के अधिकारों, नौकरी की सुरक्षा तथा सामूहिक सौदेबाजी की शक्ति को कमजोर कर दिया गया है। शांतिपूर्ण हड़ताल पर भी दंडात्मक कार्रवाई का प्रावधान मजदूरों की लोकतांत्रिक आवाज़ को दबाने जैसा बताया गया।
नए कोड्स पर प्रमुख आपत्तियाँ
फिक्स्ड टर्म कॉन्ट्रैक्ट को बढ़ावा—स्थायी नौकरियों में गिरावट, हायर एंड फायर नीति मजबूत—300 से कम कर्मचारी वाली इकाइयों में मनमानी छंटनी, लेबर कोर्ट का खत्म होना, न्याय तक पहुंच कठिन, ठेका प्रथा को वैधता, आउटसोर्सिंग बढ़ेगी। वक्ताओं ने कहा कि लेबर कोड्स मजदूर-विरोधी ही नहीं, बल्कि संविधान की आत्मा के भी खिलाफ हैं। उन्होंने 26,000 रुपये न्यूनतम मासिक वेतन, 10,000 रुपये पेंशन, और नई श्रम शक्ति नीति-2025 को वापस लेने की मांग उठाई।
मांगें न मानी गईं तो राष्ट्रव्यापी हड़ताल की चेतावनी
संगठनों ने स्पष्ट कहा कि यदि सरकार वार्ता कर समाधान नहीं करती तो आने वाले समय में राष्ट्रव्यापी आम हड़ताल और व्यापक आंदोलन किए जाएंगे। प्रदर्शन में वी.के. शर्मा, शिवशंकर मौर्या, प्रमोद प्रधान, मोहम्मद नजीर कुरैशी, शैलेंद्र शैली, जे.पी. झवर, विशाल धमेजा, देवेंद्र खरे, प्रभात खरे, संजय मिश्रा, मुदित भटनागर, अनंत खरे, किशन खेराजानी, सुनील देसाई, अजय धारीवाल समेत कई संगठन प्रतिनिधि उपस्थित रहे।
चार लेबर कोड्स के खिलाफ देशव्यापी प्रदर्शन: भोपाल में श्रमिक संगठनों का जोरदार विरोध
