सेहत सेतु हेल्पलाइन से 12 हजार से अधिक मरीजों ने ली कतारों से मुक्ति, घर बैठे डॉक्टरों से अपॉइंटमेंट की सुविधा पाई

भोपाल। भोपाल समेत पूरे मध्यप्रदेश में मरीजों को सरकारी और निजी अस्पतालों में इलाज के लिए लंबी कतारों में खड़े होने से राहत मिल रही है, और इसका श्रेय जाता है आयुष्मान भारत निरामयम योजना के अंतर्गत संचालित ‘सेहत सेतु’ हेल्पलाइन सेवा को। इस सेवा के माध्यम से अब तक 12 हजार से अधिक मरीजों ने घर बैठे डॉक्टरों से अपॉइंटमेंट बुक किए हैं, जिससे स्वास्थ्य सेवाओं तक आसान, सुलभ और समयबद्ध पहुंच सुनिश्चित हो रही है।

सेहत सेतु हेल्पलाइन (टोल फ्री नंबर 18002332085) पर कॉल कर मरीज अपने निवास स्थान या वर्तमान लोकेशन की जानकारी देकर नजदीकी सरकारी या आयुष्मान भारत से संबद्ध निजी अस्पतालों में से उपयुक्त विकल्प चुन सकते हैं। इसके बाद उनकी सुविधा के अनुसार अस्पताल और समय निर्धारित कर डॉक्टर से अपॉइंटमेंट दिया जाता है। इस डिजिटल सुविधा के कारण अब मरीजों को औसतन 30 मिनट से भी कम समय में सेवा मिल रही है, जिससे समय की बचत और तुरंत उपचार संभव हो रहा है।

25 से अधिक विशेषज्ञताओं के लिए हो रही प्री-बुकिंग
सेहत सेतु हेल्पलाइन के ज़रिए जनरल मेडिसिन, स्त्री रोग, बाल रोग, हृदय रोग, त्वचा रोग, न्यूरोलॉजी, ऑर्थोपेडिक सहित 25 से अधिक विशेषज्ञ सेवाओं के लिए अपॉइंटमेंट बुक किए जा रहे हैं। यह सुविधा सुबह 8 बजे से शाम 8 बजे तक उपलब्ध है, जिससे कोई भी व्यक्ति अपनी सुविधा के अनुसार डॉक्टर से समय तय कर सकता है।

प्रमुख निजी अस्पतालों से सेवा का जुड़ाव
अब तक बंसल हॉस्पिटल, जे.के. हॉस्पिटल, चिरायु, सेज अपोलो, पीपुल्स, सेवा सदन, अनंत हार्ट हॉस्पिटल, मानसरोवर, आरकेडीएफ, नोबल हॉस्पिटल सहित 120 से अधिक निजी अस्पतालों को इस सेवा से जोड़ा जा चुका है। इससे मरीजों को अधिक विकल्प मिल रहे हैं और दूर-दराज के लोग भी समय पर विशेषज्ञ परामर्श प्राप्त कर पा रहे हैं।

डिजिटल हेल्थ मिशन और आभा आईडी का एकीकरण
यह सेवा आयुष्मान भारत डिजिटल हेल्थ मिशन (ABDM) के उद्देश्यों को साकार कर रही है। मरीज हेल्पलाइन नंबर पर कॉल कर न सिर्फ अपॉइंटमेंट ले सकते हैं बल्कि आभा आईडी (ABHA ID) भी बनवा सकते हैं। इसके लिए सिर्फ आधार नंबर और मोबाइल नंबर की आवश्यकता होती है। नेविगेशन सपोर्ट सिस्टम के तहत मरीज अपने आसपास के अस्पतालों की जानकारी भी ले सकते हैं।

उपयोगकर्ताओं की संतुष्टि में भी अव्वल
सेवा से लाभान्वित मरीजों ने इसे औसतन 10 में से 8 से अधिक स्कोर दिया है, जो इसकी विश्वसनीयता और उपयोगिता को दर्शाता है।

मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी भोपाल डॉ. प्रभाकर तिवारी ने बताया कि यह सुविधा पूरी तरह नि:शुल्क है और इसे व्यापक स्तर पर लागू किया जा रहा है ताकि हर जरूरतमंद व्यक्ति को डिजिटल माध्यम से स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ मिल सके। उन्होंने यह भी कहा कि निजी अस्पतालों को योजना में शामिल कर इसका दायरा और बढ़ाया जा रहा है।

यह पहल न सिर्फ मरीजों की सुविधा बढ़ा रही है, बल्कि डिजिटल स्वास्थ्य क्रांति की दिशा में बड़ा कदम भी साबित हो रही है।

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