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परिवार कल्याण सेवाओं के विस्तार के लिए मिशन परिवार विकास पखवाड़ा: नवदंपतियों को दी जा रही ‘नई पहल किट’

भोपाल। परिवार कल्याण एवं जनसंख्या नियंत्रण को बढ़ावा देने के उद्देश्य से मिशन परिवार विकास पखवाड़ा प्रदेशभर में सक्रिय रूप से संचालित किया जा रहा है। इस विशेष अभियान के तहत स्वास्थ्य विभाग के फील्ड वर्कर्स लक्षित दंपत्तियों तक जाकर उन्हें परिवार नियोजन के स्थाई एवं अस्थाई साधनों के उपयोग के प्रति जागरूक कर रहे हैं।

अभियान के दौरान नसबंदी ऑपरेशन, आईयूसीडी सेवा, अंतरा इंजेक्शन, ओरल पिल्स, छाया गोली और कंडोम जैसी सेवाएं लक्षित समुदाय तक पहुंचाई जा रही हैं। बीते वर्ष स्वास्थ्य विभाग ने 12,088 नसबंदी ऑपरेशन, 4,855 आईयूसीडी और पीपीआईयूसीडी तथा 766 अंतरा इंजेक्शन लगाए थे, जो इस अभियान की सफलता का प्रमाण हैं।

नवविवाहित दंपतियों को मिल रही ‘नई पहल किट’

मिशन के अंतर्गत नवविवाहित दंपतियों को विवाह पंजीकरण हेतु प्रेरित किया जा रहा है तथा उन्हें ‘नई पहल किट’ वितरित की जा रही है। इस किट में महिलाओं के लिए सौंदर्य प्रसाधन, गर्भनिरोधक गोलियां, कंडोम, परिवार नियोजन की जानकारी और प्रेगनेंसी टेस्ट किट शामिल हैं, जिससे वे जागरूक होकर सुरक्षित एवं योजना अनुसार मातृत्व को अपनाएं।

जागरूकता रैलियों से बढ़ रही जन सहभागिता

स्वास्थ्य विभाग द्वारा परिवार नियोजन जागरूकता रैलियों के माध्यम से यह संदेश भी दिया जा रहा है कि विवाह के 2 वर्ष बाद पहला बच्चा, पहले बच्चे के 3 वर्ष बाद दूसरा बच्चा और उसके बाद स्थाई नसबंदी ऑप्शन को अपनाना चाहिए। इस योजना के तहत आशा कार्यकर्ताओं द्वारा इच्छुक दंपतियों की सूची तैयार कर उन्हें स्थानीय स्वास्थ्य संस्थाओं में आयोजित नसबंदी शिविरों में भेजा जा रहा है।

सरकारी और निजी संस्थानों में मिल रही सेवाएं

भोपाल के जिला चिकित्सालय, डॉ. कैलाशनाथ काटजू सिविल अस्पताल, बैरागढ़ अस्पताल, एम्स, गैस राहत चिकित्सालय, खुशीलाल आयुर्वेदिक संस्थान, कस्तूरबा चिकित्सालय एवं मान्यता प्राप्त निजी चिकित्सा संस्थाओं में नियमित रूप से पुरुष एवं महिला नसबंदी, अंतरा इंजेक्शन और अन्य सेवाएं उपलब्ध हैं।

इसके अतिरिक्त सुल्तानिया जनाना अस्पताल एवं इंदिरा गांधी गैस राहत अस्पताल में प्रतिदिन महिला नसबंदी की जा रही है। फिक्स्ड डे सर्विसेस के तहत बैरसिया, गांधीनगर, कोलार, जवाहरलाल नेहरू गैस राहत अस्पताल और कस्तूरबा अस्पताल जैसे केंद्रों में निर्धारित तिथियों पर नसबंदी ऑपरेशन किए जा रहे हैं।

लाभार्थियों को मिल रही प्रोत्साहन राशि

मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. प्रभाकर तिवारी ने बताया कि इस अभियान के तहत लाभार्थियों को वित्तीय प्रोत्साहन भी दिया जा रहा है। पुरुष नसबंदी पर ₹3000, महिला नसबंदी (प्रसव पश्चात) पर ₹3000, अंतराल नसबंदी पर ₹2000, पीपीआईयूसीडी पर ₹300 और अंतरा इंजेक्शन पर ₹100 की राशि दी जाती है। इसका उद्देश्य परिवार नियोजन में सहभागिता को और अधिक मजबूत करना है।

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