
नई दिल्ली – ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के सचिव मौलाना उमरैण महफूज रहमानी ने हाल ही में एक सार्वजनिक बयान में स्पष्ट किया कि मुसलमान किसी भी प्रकार की धमकियों या दबाव में झुकने वाली कौम नहीं है। उनका यह बयान उन परिस्थितियों के संदर्भ में आया है, जब देशभर में विभिन्न धार्मिक और सामाजिक मुद्दों पर तनाव की स्थिति बन रही है।
मौलाना रहमानी ने कहा, “मुसलमान डरता नहीं है, और अगर कोई हमें डराने की कोशिश करेगा तो याद रखे, पुलिस और सरकार की गोलियां कम पड़ जाएंगी। हम पीछे नहीं हटेंगे।” उन्होंने जोर देते हुए कहा कि मुसलमान अल्लाह पर पूरा भरोसा रखते हैं और डर या खौफ से ऊपर उठकर अपनी बात कहने और अधिकारों के लिए खड़े होने की ताकत रखते हैं।
उन्होंने यह भी कहा कि हम अपनी मंजिल तक पहुंचने के लिए हर तरह की कुर्बानी देने को तैयार हैं। हमारे सीने पीछे नहीं हटेंगे, बल्कि हम एकजुट होकर हर चुनौती का मुकाबला करेंगे।
यह बयान मुस्लिम समाज की एकजुटता, धार्मिक आस्था और सांप्रदायिक तनाव के बीच आत्मबल को दर्शाता है। मौलाना रहमानी का यह बयान सोशल मीडिया पर भी तेज़ी से वायरल हो रहा है और मुस्लिम समुदाय में आत्मविश्वास की भावना को मजबूती दे रहा है।
इस बयान ने राजनीतिक और सामाजिक हलकों में भी चर्चा को जन्म दिया है, जहां इसे धार्मिक नेतृत्व की स्पष्ट चेतावनी के रूप में देखा जा रहा है।




