भोपाल में भूमाफिया पर बड़ी कार्रवाई: 4 साल से फरार आरोपियों को मिसरोद पुलिस ने किया गिरफ्तार, फर्जी मोना शुक्ला निकली जिम ट्रेनर

भोपाल। राजधानी में प्लॉट धोखाधड़ी और भूमाफिया के खिलाफ अभियान के तहत भोपाल पुलिस ने एक बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया है। मिसरोद थाना पुलिस ने 4 साल से फरार चल रहे 5000 रुपये के ईनामी आरोपियों को गिरफ्तार कर एक फर्जी पावर ऑफ अटॉर्नी के जरिए हुई 24 लाख रुपये की जमीन बिक्री के मामले का पर्दाफाश किया है।

इस कार्रवाई के पीछे पुलिस आयुक्त हरिनारायणाचारी मिश्र और अतिरिक्त पुलिस आयुक्त अवधेश गोस्वामी के निर्देश पर डीसीपी जोन-2 संजय अग्रवाल, एडिशनल डीसीपी महावीर मुजालदे, एसीपी रजनीश कश्यप एवं थाना प्रभारी निरीक्षक मनीष राज सिंह की अगुवाई में टीम ने लंबे समय से फरार आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए तकनीकी और गुप्त जानकारी का सहारा लिया।

क्या था मामला: असली मोना शुक्ला की जगह खड़ी कर दी गई फर्जी महिला, पावर ऑफ अटॉर्नी बनाकर बेच दिया प्लॉट

4 जनवरी 2021 को फरियादी मोना शुक्ला ने पुलिस में शिकायत दी कि उनके त्रिभुवन कॉलोनी, ग्राम सलैया स्थित प्लॉट नंबर 18 और 19 के अर्धभाग को उनके सगे भाई अमित शुक्ला ने अनिल सिंह, विपिन सिंह, सर्वेश सिंह, कमलेश ठाकुर के साथ मिलकर फर्जी महिला को मोना शुक्ला बताकर प्लॉट की फर्जी पावर ऑफ अटॉर्नी बनवाई और सत्यम टोरिया नामक व्यक्ति को 24 लाख में बेच दिया।

थाना मिसरोद ने IPC की धाराओं 420, 467, 468, 471, 120-B के तहत अपराध क्रमांक 81/2021 दर्ज किया। शुरुआती जांच में अमित शुक्ला, अनिल सिंह और कमलेश ठाकुर की गिरफ्तारी हो चुकी थी, पर सर्वेश यादव, विपिन सिंह ठाकुर और फर्जी मोना शुक्ला (असल नाम: खुशी परौउहा) फरार चल रहे थे।

गुप्त सूचना पर हुई गिरफ्तारी, फर्जी महिला निकली जिम ट्रेनर

पुलिस को सूचना मिली कि आरोपी सर्वेश यादव सीहोर जिले के रेहटी थाना अंतर्गत ग्राम बोरघाटी में रह रहा है। टीम ने मौके पर पहुंचकर उसे गिरफ्तार किया, जिसने पूछताछ में पूरी साजिश का खुलासा किया।

सर्वेश यादव की सूचना पर विपिन सिंह ठाकुर को करोंद भानपुर पुल के पास चाय की टपरी से गिरफ्तार किया गया।

पूछताछ में सामने आया कि तथाकथित मोना शुक्ला का असली नाम खुशी परौउहा है जो भोपाल के गैलेक्सी जिम सेंटर पीपल चौराहा पर जिम ट्रेनर है। टीम ने महिला पुलिस के साथ वहां दबिश देकर उसे भी गिरफ्तार कर लिया।

जमीन के फर्जीवाड़े में हुआ था फर्जी बैंक अकाउंट का इस्तेमाल भी

प्लॉट की बिक्री के बाद फर्जी मोना शुक्ला के नाम से आईडीएफसी फर्स्ट बैंक मंडीदीप शाखा में खाता खुलवाया गया, जिसमें 24 लाख रुपये की राशि जमा की गई और बाद में आपस में बांट ली गई।

गिरफ्तार आरोपी

1. सर्वेश यादव पिता सोम सिंह यादव, उम्र 35 वर्ष, निवासी ग्राम बोरघाटी, थाना रेहटी, जिला सीहोर


2. विपिन सिंह ठाकुर पिता कमल सिंह ठाकुर, उम्र 32 वर्ष, निवासी सागर धाम कॉलोनी, थाना छोलामंदिर, भोपाल


3. खुशी परौउहा उर्फ फर्जी मोना शुक्ला, उम्र 34 वर्ष, निवासी विश्वकर्मा नगर, निशातपुरा, भोपाल

वारदात का तरीका

सगे भाई अमित शुक्ला ने अपनी बहन के आधार-पैन कार्ड का गलत उपयोग कर फर्जी महिला को असली मोना शुक्ला बनाकर खड़ा किया

पावर ऑफ अटॉर्नी सर्वेश यादव के नाम पर तैयार की गई

रजिस्ट्री सत्यम टोरिया को कर दी गई

फर्जी खाता खुलवाकर राशि का बंटवारा कर दिया गया


पुलिस टीम की अहम भूमिका

इस केस में निरीक्षक मनीष राज सिंह, उप निरीक्षक राजकुमार गुप्ता, प्रेमचंद द्विवेदी, प्रधान आरक्षक अशोक तोमर, आरक्षक योगेन्द्र कुशवाहा एवं आशीष गौर की अहम भूमिका रही।

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