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त्रिपुरा पर्यटन विकास निगम का मध्य प्रदेश अध्ययन दौरा

ग्रामीण पर्यटन, होमस्टे मॉडल और फिल्म टूरिज्म को लेकर मिला मार्गदर्शन

भोपाल।  मध्य प्रदेश में तेजी से विकसित हो रहा पर्यटन ढांचा, नवाचार आधारित योजनाएं और बढ़ती पर्यटक संख्या अब देश के अन्य राज्यों के लिए मॉडल टूरिज्म स्टेट के रूप में उभर रही हैं। इसी क्रम में त्रिपुरा अर्बन एंड टूरिज्म डेवलपमेंट प्रोजेक्ट (TUTDP) के अंतर्गत त्रिपुरा टूरिज्म डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन लिमिटेड (TTDCL) का एक प्रतिनिधिमंडल अध्ययन दौरे पर मध्य प्रदेश पहुंचा।

मध्य प्रदेश टूरिज्म बोर्ड के साथ हुई विस्तृत चर्चा

प्रतिनिधिमंडल ने मध्य प्रदेश टूरिज्म बोर्ड एवं पर्यटन भवन का भ्रमण कर राज्य की पर्यटन नीतियों और कार्यप्रणाली का गहन अध्ययन किया। त्रिपुरा टूरिज्म के मैनेजिंग डायरेक्टर श्री प्रशांत बादल नेगी ने मध्य प्रदेश राज्य पर्यटन विकास निगम के प्रबंध संचालक डॉ. इलैया राजा टी. से विस्तृत चर्चा की। इस अवसर पर टूरिज्म बोर्ड के अपर प्रबंध संचालक डॉ. अभय अरविंद बेड़ेकर ने प्रतिनिधिमंडल का स्वागत करते हुए त्रिपुरा में पर्यटन विकास के लिए हरसंभव सहयोग का आश्वासन दिया।

ग्रामीण पर्यटन और होमस्टे मॉडल से प्रभावित

प्रतिनिधिमंडल ने विशेष रूप से ग्रामीण पर्यटन मॉडल, होमस्टे नीति, फिल्म टूरिज्म पॉलिसी, सेफ एंड सस्टेनेबल टूरिज्म जैसे नवाचारों में गहरी रुचि दिखाई। श्री नेगी ने बताया कि महाकाल लोक के विकास के बाद जिस प्रकार मध्य प्रदेश में धार्मिक पर्यटन को नई गति मिली है, उसी तर्ज पर त्रिपुरा में मालाबाड़ी शक्तिपीठ (त्रिपुरेश्वरी) के समग्र विकास को प्राथमिकता दी जाएगी।

निगम के नवाचारों की मिली जानकारी

‘पर्यटन भवन’ में प्रतिनिधिमंडल को मध्य प्रदेश राज्य पर्यटन विकास निगम की प्रशासनिक संरचना और नवाचारों की जानकारी दी गई। इसमें जंगल सफारी के लिए ट्रेक्स क्रूजर और कैंटर बसें, भोपाल बोट क्लब की शिकारा बोट व वॉटर साइकिल, हेरिटेज होटल सम्राट विक्रमादित्य (उज्जैन), सरसी आइलैंड रिसॉर्ट (शहडोल) तथा पचमढ़ी का महिला संचालित होटल अमलतास शामिल हैं। साथ ही MICE टूरिज्म के अंतर्गत कुशाभाऊ ठाकरे इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर, भोपाल और महाराजा छत्रसाल कन्वेंशन सेंटर, खजुराहो की जानकारी भी साझा की गई।

पर्यटन सहयोग को मिलेगी नई दिशा

प्रतिनिधिमंडल ने मध्य प्रदेश के सामुदायिक भागीदारी मॉडल और सरल शूटिंग अनुमति प्रणाली को त्रिपुरा में लागू करने की इच्छा जताई। यह अध्ययन दौरा दोनों राज्यों के बीच पर्यटन सहयोग और सतत विकास को नई दिशा देने वाला सिद्ध होगा।

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