भोपाल। मध्य प्रदेश सरकार ने प्रदेश के हजारों कार्यभारित एवं आकस्मिक निधि सेवा के कर्मचारियों को चतुर्थ समयमान वेतनमान का लाभ देने का महत्वपूर्ण फैसला लिया है। इससे अब इन कर्मचारियों को भी शासकीय कर्मचारियों के समान वेतनमान का लाभ मिलेगा। इस फैसले से प्रदेश के करीब 60,000 कर्मचारियों को प्रतिमाह वेतन में हजारों रुपये का फायदा होगा।
सरकार द्वारा जारी आदेश का मध्य प्रदेश कर्मचारी मंच ने स्वागत किया है। मंच के प्रदेश अध्यक्ष अशोक पांडे ने इस निर्णय को कर्मचारियों के लंबे संघर्ष की जीत बताया। उन्होंने कहा, “कार्यभारित एवं आकस्मिक निधि सेवा के कर्मचारियों ने कई वर्षों तक अपनी मांगों को लेकर आवाज उठाई थी। अब इस आदेश के बाद कर्मचारियों के आर्थिक हालात में सुधार होगा और उन्हें उचित वेतनमान का लाभ मिलेगा।”
क्या है चतुर्थ समयमान वेतनमान?
चतुर्थ समयमान वेतनमान का लाभ मिलने से कर्मचारियों के वेतन में हर माह हजारों रुपये की वृद्धि होगी, जिससे उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार होगा। यह वेतनमान उन कर्मचारियों के लिए लागू किया गया है, जो लंबे समय से आकस्मिक निधि सेवा और कार्यभारित सेवा नियमों के तहत कार्यरत हैं और नियमित वेतनमान से वंचित थे।
फैसले की प्रमुख बातें:
लाभार्थी: 60,000 कार्यभारित एवं आकस्मिक निधि सेवा कर्मचारी
वेतन वृद्धि: प्रतिमाह हजारों रुपये का लाभ
फैसले का उद्देश्य: कर्मचारियों के वेतनमान में समानता लाना
मध्य प्रदेश कर्मचारी मंच की प्रतिक्रिया: फैसले का स्वागत, संघर्ष की जीत
इस फैसले से कर्मचारियों में खुशी का माहौल है और उन्होंने सरकार के इस कदम की सराहना की है। साथ ही, कर्मचारी मंच ने सरकार से यह भी आग्रह किया है कि इस आदेश को जल्द से जल्द लागू किया जाए ताकि कर्मचारी इसके लाभ से वंचित न रहें।
मध्य प्रदेश: कार्यभारित कर्मचारियों को मिलेगा चतुर्थ समयमान वेतनमान का लाभ, 60 हजार कर्मचारी होंगे लाभान्वित
