त्रिपुरा सुंदरी एक्सप्रेस में हथियारों का जखीरा बरामद, RPF की सतर्कता से बड़ी तस्करी नाकाम

भोपाल / अगरतला। रेलवे सुरक्षा बल (RPF) ने त्रिपुरा सुंदरी एक्सप्रेस (ट्रेन संख्या 14620) में हथियारों की तस्करी को विफल कर एक बड़ी सफलता हासिल की है। अगरतला की ओर जा रही इस ट्रेन के जनरल कोच से RPF ने 8 देसी पिस्तौल और 16 मैगजीन बरामद की हैं, जिससे ट्रेन सुरक्षा व्यवस्था में एक बार फिर सतर्कता की अहमियत साबित हुई है।

जनरल कोच में मिली तस्करी की बड़ी खेप

इस हाई-प्रोफाइल सुरक्षा ऑपरेशन को RPF की ट्रेन एस्कॉर्ट टीम ने अंजाम दिया। घटना उस वक्त सामने आई जब ट्रेन बदरपुर से अगरतला के बीच के सेक्शन में थी। जनरल कोच की रूटीन चेकिंग के दौरान ऊपरी सीट पर छोड़े गए दो संदिग्ध पिठ्ठू बैग बरामद हुए।

बैगों की जांच करने पर भूरे रंग के सेलो टेप में लिपटी 8 हस्तनिर्मित देसी पिस्तौलें और 16 मैगजीन पाए गए। प्राथमिक जांच में ये हथियार तस्करी की नीयत से ट्रेन में छिपाए गए प्रतीत होते हैं।

अगरतला RPF पोस्ट में जमा, GRP ने शुरू की जांच

बरामद हथियारों को आरपीएफ ने अगरतला पोस्ट पर जमा करवाया, जहाँ से GRPS/अगरतला ने औपचारिक जांच शुरू कर दी है। रेलवे सुरक्षा बल और GRP मिलकर हथियारों के स्रोत और संभावित नेटवर्क का पता लगाने के लिए गंभीरता से कार्य कर रहे हैं।

इस संबंध में जल्द ही विस्तृत रिपोर्ट प्रस्तुत की जाएगी और आवश्यकता पड़ने पर अन्य स्टेशनों एवं ट्रेनों में भी निगरानी अभियान बढ़ाया जाएगा।

रेलवे सुरक्षा में बढ़ाई जा रही है सतर्कता

RPF अधिकारियों के अनुसार, पूर्वोत्तर भारत में बढ़ती अवैध गतिविधियों और तस्करी की आशंका को देखते हुए सुरक्षा निगरानी को सख्त किया गया है। जनरल कोचों और संदिग्ध यात्रियों की विशेष निगरानी की जा रही है ताकि किसी भी प्रकार की गैरकानूनी गतिविधि को रोका जा सके।

निष्कर्ष:
त्रिपुरा सुंदरी एक्सप्रेस में हथियारों की बरामदगी ने रेलवे सुरक्षा बल की सक्रियता को एक बार फिर साबित किया है। यह घटना न केवल रेलवे सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत बनाने की जरूरत को दर्शाती है, बल्कि अवैध हथियारों की तस्करी पर लगाम कसने के लिए निरंतर निगरानी अभियान की महत्ता को भी उजागर करती है।

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