भोपाल रेलवे स्टेशन पर बड़ी घटना: शराब के नशे में धुत गुंडों ने मुस्लिम पुलिसकर्मी पर किया हमला

भोपाल। राजधानी भोपाल के रेलवे स्टेशन के बाहर रविवार देर रात एक चौंकाने वाली घटना सामने आई। कुछ युवक कार में बैठकर शराब पी रहे थे। इस पर ड्यूटी पर तैनात कांस्टेबल दौलत खान ने उन्हें वहां से हटने के लिए कहा। लेकिन नशे में धुत गुंडों ने कानून की परवाह न करते हुए कांस्टेबल दौलत खान पर हमला कर दिया और उनके साथ मारपीट शुरू कर दी।
स्थिति बिगड़ती देख जब साथी कांस्टेबल कमल मौके पर दौलत खान की मदद के लिए पहुंचे, तो गुंडों ने जातिगत भेदभाव भरी टिप्पणी करते हुए कहा, “तू हिन्दू है, हट जा।” इस शर्मनाक घटना ने राजधानी भोपाल में कानून व्यवस्था और सामाजिक सौहार्द पर कई सवाल खड़े कर दिए हैं।
गुंडों का दुस्साहस: पुलिस को देख कर भी नहीं रुके
रेलवे स्टेशन जैसे संवेदनशील क्षेत्र में पुलिसकर्मी की मौजूदगी के बावजूद गुंडों द्वारा हमला करना यह दर्शाता है कि अपराधियों के हौसले किस कदर बुलंद हैं। सामान्यत: पुलिस को देखकर अपराधियों में भय का माहौल होना चाहिए, लेकिन यहां स्थिति उलट देखने को मिली। गुंडों ने न सिर्फ कानून के रखवालों पर हाथ उठाया बल्कि धार्मिक पहचान के आधार पर भी भड़काऊ बातें कीं।
मुस्लिम पुलिसकर्मी को निशाना बनाना अत्यंत निंदनीय
विशेष रूप से यह तथ्य कि कांस्टेबल दौलत खान को उनकी धार्मिक पहचान के आधार पर निशाना बनाया गया, सामाजिक एकता और सांप्रदायिक सौहार्द के लिए एक गंभीर खतरे का संकेत देता है। इस तरह की घटनाएं समाज को विभाजित करने का प्रयास करती हैं और प्रशासन के लिए एक बड़ी चुनौती बनती हैं।
पुलिस ने किया मामला दर्ज, कार्रवाई जारी
भोपाल पुलिस ने इस घटना को गंभीरता से लेते हुए संबंधित आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। पुलिस अधिकारियों ने कहा है कि आरोपियों को जल्द ही गिरफ्तार कर सख्त कार्रवाई की जाएगी। राजधानी में कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस का मनोबल ऊंचा रखना अत्यंत आवश्यक है।
समाज में एकजुटता की जरूरत
इस प्रकार की घटनाएं पूरे समाज के लिए चिंता का विषय हैं। कानून की रक्षा करने वाले कर्मियों पर हमला करना, वह भी धार्मिक भेदभाव के साथ, किसी भी सभ्य समाज के लिए शर्मनाक है। सभी नागरिकों को मिलकर ऐसी प्रवृत्तियों का विरोध करना चाहिए ताकि भाईचारा और कानून का सम्मान सुरक्षित रह सके।





