मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के निर्देश पर बड़ी कार्रवाई: भोपाल में बिना अनुमति चल रहे स्किन और डेंटल क्लिनिक्स किए गए सील

भोपाल । मध्यप्रदेश सरकार ने अवैध रूप से संचालित निजी चिकित्सा संस्थानों पर सख्त रुख अपनाते हुए बड़ी कार्रवाई की है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव और उपमुख्यमंत्री श्री राजेंद्र शुक्ल के स्पष्ट निर्देशों के तहत भोपाल सीएमएचओ डॉ. प्रभाकर तिवारी की अगुवाई में स्वास्थ्य विभाग की टीम ने कई ऐसे क्लिनिकों पर छापा मारा जो बिना आवश्यक अनुमति और पंजीकरण के संचालन कर रहे थे।

स्वास्थ्य विभाग की जांच में खुलासा – बिना डर्मेटोलॉजिस्ट चल रहे स्किन क्लिनिक

शुक्रवार को की गई जांच में पाया गया कि ‘थाथास्तु डेंटल’, ‘स्किन स्माइल क्लिनिक’, ‘द एस्थेटिक वर्ल्ड’ और ‘कॉस्मो डर्मा स्किन एंड हेयर क्लिनिक’ जैसे प्रतिष्ठानों का संचालन मध्यप्रदेश उपचर्यागृह तथा रूजोपचार संबंधी स्थापना अधिनियम 1973 एवं संशोधित अधिनियम 2021 के नियमों का उल्लंघन करते हुए किया जा रहा था।

विशेष रूप से ‘स्किन स्माइल क्लिनिक’ और ‘कॉस्मो डर्मा स्किन एंड हेयर क्लिनिक’ में बिना किसी योग्य डर्मेटोलॉजिस्ट के त्वचा रोगों और सौंदर्य उपचार की सेवाएं दी जा रही थीं, जो कि स्वास्थ्य सुरक्षा मानकों के खिलाफ है।

सीएमएचओ ने सभी संस्थानों को किया सील, पुलिस और प्रशासन को भेजी सूचना

स्वास्थ्य विभाग की टीम को निरीक्षण के दौरान इन क्लिनिक्स के संचालकों द्वारा कोई वैध दस्तावेज प्रस्तुत नहीं किए गए, जिससे स्पष्ट हुआ कि यह संस्थान बिना पंजीकरण, लाइसेंस और विशेषज्ञ चिकित्सकों के संचालन कर रहे थे।
इस पर सीएमएचओ डॉ. प्रभाकर तिवारी ने तत्काल प्रभाव से इन क्लिनिकों को बंद करने के निर्देश दिए और पुलिस, नगर निगम, औषधि प्रशासन, प्रदूषण नियंत्रण मंडल को विधिक कार्यवाही हेतु सूचना प्रेषित की।

नियमों के उल्लंघन पर होगी सख्त कार्रवाई: CMHO डॉ. तिवारी

डॉ. तिवारी ने स्पष्ट किया कि कोई भी निजी चिकित्सा संस्थान तब तक संचालन नहीं कर सकता जब तक वह शासन से वैध अनुमति और सभी अनिवार्य लाइसेंस प्राप्त न कर ले। इसके अंतर्गत डिग्री, मेडिकल काउंसिल पंजीयन, गुमास्ता लाइसेंस, जैव चिकित्सा अपशिष्ट प्रबंधन अधिनियम की पालना जरूरी है।

स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता और मरीजों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए राज्य शासन पूरी गंभीरता से काम कर रहा है। निजी चिकित्सा सेवा प्रदाताओं की नियमित निरीक्षण कार्रवाई जारी रहेगी।




निष्कर्ष:

भोपाल में बिना अनुमति चल रहे स्किन और डेंटल क्लिनिकों पर हुई यह कार्रवाई मध्यप्रदेश शासन की स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र में पारदर्शिता और गुणवत्ता सुनिश्चित करने की दिशा में एक मजबूत कदम है। मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री के निर्देशों पर चल रही यह मुहिम आगे भी जारी रहेगी, जिससे राज्य के नागरिकों को केवल योग्य और पंजीकृत चिकित्सकों से ही स्वास्थ्य सेवाएं मिलें।




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