मजदूर दिवस 2025: भोपाल में महिला श्रमिकों के लिए 21 स्थानों पर विशेष स्वास्थ्य शिविर, गर्भवती महिलाओं और बच्चों को मिलेगी समग्र चिकित्सा सेवा

भोपाल। अंतर्राष्ट्रीय मजदूर दिवस 2025 के अवसर पर मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालय भोपाल द्वारा महिला श्रमिकों और घरेलू कामकाजी महिलाओं के लिए एक सराहनीय पहल की जा रही है। 1 मई को शहर की 21 तंग बस्ती क्षेत्रों में विशेष स्वास्थ्य शिविरों का आयोजन किया जा रहा है, जहां महिलाओं और उनके बच्चों के लिए मुफ्त स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान की जाएंगी।
इन शिविरों का उद्देश्य वंचित तबके की महिलाओं को प्राथमिक, आवश्यक और विशेष चिकित्सा सेवाएं समुदाय के बीच जाकर उपलब्ध कराना है, ताकि वे अपने स्वास्थ्य को लेकर जागरूक हों और समय रहते इलाज पा सकें।
स्वास्थ्य शिविरों के प्रमुख स्थान:
भोपाल के जिन क्षेत्रों में ये शिविर लगाए जाएंगे, उनमें शामिल हैं –
क्रेशर बस्ती भौंरी, गोंडीपुरा, संजीवनी क्लिनिक बाणगंगा, प्रियदर्शिनी नगर, अंबेडकर नगर, सुनहरी बाग, प्रेमपुरा, भीमनगर, धर्मपुरी, लतीफ नगर, गिरि मोहल्ला, पिपलानी मस्जिद के पास, जय हिंद नगर, बीडीए कॉलोनी अमरावत खुर्द, कृष्णा नगर बरखेड़ा पठानी, आजाद नगर अशोका गार्डन, शंकराचार्य नगर चांदबड़, हनुमान मंदिर ओल्ड सुभाष नगर, डी मार्ट के पास बरखेड़ी, चंपा चौराहा ओल्ड विधानसभा, और आंगनवाड़ी केंद्र 966 न्यू कबाड़खाना।
महिला स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान:
इन स्वास्थ्य शिविरों में दोपहर 1.00 बजे से सेवाएं दी जाएंगी। शिविरों में निम्नलिखित सुविधाएं मुफ्त में उपलब्ध होंगी:
महिला रोगों की विशेष जांच
गर्भवती महिलाओं की एनसी जांच, पंजीयन, हाई रिस्क गर्भावस्था की पहचान
पोषण परामर्श
बच्चों का टीकाकरण और कुपोषण की जांच
असंचारी रोगों (NCDs) की स्क्रीनिंग
आयुष्मान कार्ड और आभा आईडी बनवाने की सुविधा
मलेरिया, क्षय रोग (TB) और कुष्ठ रोग की स्क्रीनिंग एवं जागरूकता
CMHO भोपाल की पहल:
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी भोपाल डॉ. प्रभाकर तिवारी ने कहा कि “महिलाओं का स्वास्थ्य समाज की प्रगति की नींव है।” मध्यप्रदेश शासन की प्राथमिकताओं में महिला स्वास्थ्य को विशेष स्थान दिया गया है। उन्होंने बताया कि इन शिविरों के माध्यम से हजारों महिलाओं और बच्चों को लाभ मिलेगा और सभी सेवाएं निशुल्क रहेंगी।
पूर्व में भी हुआ सफल आयोजन:
इससे पहले भोपाल में श्रमिक पीठों, रैन बसेरों, वृद्धाश्रमों, गार्बेज स्टेशनों और गल्ला मंडियों में भी स्वास्थ्य शिविर आयोजित किए जा चुके हैं, जिनमें 50,000 से अधिक नागरिकों को लाभ मिल चुका है।