भोपाल की रहने वाली किरण मीणा ने यह साबित कर दिया है कि लगन, मेहनत और जिजीविषा के बल पर कोई भी मुकाम हासिल किया जा सकता है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) द्वारा हाल ही में जारी की गई वैश्विक रिपोर्ट 2025 में भारत की जिन महिला स्वास्थ्यकर्मियों के कार्यों को सराहा गया है, उनमें भोपाल के वार्ड 48 में पदस्थ एएनएम (सहायक नर्स दाई) किरण मीणा का नाम प्रमुखता से शामिल है।
कभी कोलार क्षेत्र की बंजारी बस्ती में आशा कार्यकर्ता के रूप में स्वास्थ्य सेवाएं देने वाली किरण मीणा आज राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (NHM) के अंतर्गत नियमित एएनएम के रूप में दस हजार से अधिक की आबादी को शिशु टीकाकरण, गर्भवती महिलाओं की जांच व अन्य स्वास्थ्य सेवाएं दे रही हैं। शुरुआत में मात्र एक हजार लोगों की सेवा करने वाली किरन, अब पूरे वार्ड की स्वास्थ्य रीढ़ बन चुकी हैं।
आशा कार्यकर्ता से एएनएम तक की संघर्षशील यात्रा
किरण मीणा ने 2014 में शादी के बाद स्वास्थ्य सेवा में कदम रखा और बंजारी बस्ती में आशा कार्यकर्ता की भूमिका निभाई। वार्ड 81 में दो वर्षों तक कार्य करते हुए उन्होंने स्वास्थ्य की पढ़ाई जारी रखी और 2016 में सीहोर स्थित एएनएम प्रशिक्षण केंद्र में दाखिला लेकर दो साल का प्रशिक्षण पूरा किया — वह भी तब जब उनका बच्चा केवल 5 साल का था।
रुकी नहीं, झुकी नहीं – बनीं नियमित एएनएम
2019 में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत संविदा एएनएम के तौर पर वार्ड 82 में नियुक्त हुईं। 2024 में मध्यप्रदेश ग्रुप-5 परीक्षा पास कर नियमित एएनएम के रूप में चयनित हुईं। पिछले एक साल में वार्ड 48 में कार्य करते हुए किरण ने 351 बच्चों का पूर्ण टीकाकरण सुनिश्चित किया। एमआर-1 टीके की 94% और एमआर-2 की 90% कवरेज उनके समर्पण को दर्शाती है।
WHO की रिपोर्ट में स्थान, देश के लिए गर्व का क्षण
किरण मीणा द्वारा गर्भवती महिलाओं और नवजात शिशुओं के टीकाकरण में किए गए उल्लेखनीय कार्यों को विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने अपनी अंतरराष्ट्रीय रिपोर्ट में शामिल कर सराहना की है। यह भारत की महिला स्वास्थ्यकर्मियों के लिए एक प्रेरणास्रोत है।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने की सराहना
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, भोपाल डॉ. प्रभाकर तिवारी ने कहा कि “किरण मीणा जैसी कर्मठ महिला स्वास्थ्य कर्मचारी नैतिक जिम्मेदारी और सामाजिक दायित्वों का उत्कृष्ट संतुलन प्रस्तुत करती हैं। यूनिव पोर्टल पर डाटा एंट्री से लेकर हितग्राही सूची, ड्यू लिस्ट और आयु आधारित टीकाकरण तक, हर स्तर पर इनका काम अनुकरणीय है।”
भोपाल की किरण मीणा बनीं महिला स्वास्थ्य सेवा की मिसाल, WHO की वैश्विक रिपोर्ट में भारत का नाम किया रोशन
