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अभियोजन की महत्वपूर्ण भूमिका पर विशेष सेमिनार: न्यायमूर्ति सत्येंद्र सिंह ने दिया मार्गदर्शन


अभियोजन की भूमिका: न्यायमूर्ति सत्येंद्र सिंह ने नवीन दंड संहिता में अभियोजन की भूमिका को रेखांकित किया।
– नवीन दंड कानून:सुषमा सिंह ने पीड़ितों के हितार्थ नवीन दंड कानून की महत्ता पर जोर दिया।
– प्रशिक्षण कार्यक्रम: सीएपीटी भोपाल में 28 मई से 12 जून तक अभियोजन अधिकारियों का प्रशिक्षण।

भोपाल, मध्यप्रदेश: मध्यप्रदेश लोकायुक्त सत्येंद्र सिंह, पूर्व न्यायमूर्ति, मध्यप्रदेश उच्च न्यायालय ने अभियोजन अधिकारियों को संबोधित करते हुए कहा कि नवीन दंड संहिता में अभियोजन अधिकारियों की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। यह अधिकारियों न केवल अन्वेषण में त्रुटियों को सुधारने में सहायक होते हैं, बल्कि न्यायालय में अपने बुद्धिमत्ता और तर्कों से पीड़ितों को न्याय दिलाने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।

सेमिनार का आयोजन:
सीएपीटी भोपाल में आयोजित इस कार्यक्रम में लोकायुक्त सत्येंद्र सिंह ने अभियोजन अधिकारियों को नवीन विधियों पर मार्गदर्शन दिया। कार्यक्रम के दौरान महानिदेशक/संचालक लोक अभियोजन सुषमा सिंह ने कहा कि नवीन दंड विधि पीड़ितों के हितार्थ बनाई गई है और यह अन्वेषण, जांच और विचारण में इलेक्ट्रॉनिक डिवाइसों के उपयोग पर जोर देती है।

अतिथियों का स्वागत और सम्मान:
कार्यक्रम की शुरुआत में लोकायुक्त सत्येंद्र सिंह का स्वागत सुषमा सिंह और सीएपीटी डायरेक्टर अनिल किशोर यादव ने किया। सुषमा सिंह ने लोकायुक्त को पुस्तक और अनिल किशोर यादव ने स्मृति चिन्ह भेंट किया।

प्रशिक्षण कार्यक्रम का उद्देश्य:
सर्वोच्च न्यायालय के निर्देशानुसार, अभियोजन अधिकारियों और न्यायाधीशों के लिए नवीन विधि पर प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। इस क्रम में, सुषमा सिंह द्वारा प्रदेश के लगभग 700 अभियोजन अधिकारियों का प्रशिक्षण कार्यक्रम 28 मई से 12 जून के बीच सीएपीटी भोपाल में आयोजित किया गया है।

कार्यक्रम की समाप्ति:
कार्यक्रम के अंत में संयुक्त संचालक रामेश्वर कुमरे ने सभी आगंतुकों का आभार व्यक्त किया। इस अवसर पर मध्यप्रदेश स्टेट ज्यूडिशियल एकेडमी के विशेष कर्तव्यस्थ अधिकारी धर्मेंद्र टाडा, जिला अभियोजन अधिकारी भोपाल राजेंद्र उपाध्याय, सहायक संचालक अभिषेक बुंदेला, एडीपीओ आशीष दुबे और आशीष त्यागी उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन आकिल खान, एडीपीओ द्वारा किया गया।

– अभियोजन की भूमिका: अभियोजन अधिकारियों की न्यायपूर्ण निराकरण में भूमिका।
– नवीन दंड संहिता: पीड़ितों के हितार्थ नवीन दंड कानून का महत्व।
– प्रशिक्षण कार्यक्रम: सीएपीटी भोपाल में अभियोजन अधिकारियों के प्रशिक्षण का आयोजन।

इस सेमिनार ने अभियोजन अधिकारियों को नवीन दंड संहिता के महत्वपूर्ण पहलुओं पर जानकारी दी, जो उनके कार्यक्षेत्र में अत्यधिक सहायक सिद्ध होगी।

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