रायगढ़ | तमनार में जिंदल कोल ब्लॉक विरोध ने लिया उग्र रूप, पुलिस–ग्रामीणों में झूमाझटकी, कई घायल

रायगढ़ । छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले के तमनार क्षेत्र में जिंदल समूह को आवंटित कोल ब्लॉक के विरोध में चल रहा ग्रामीणों का आंदोलन शुक्रवार को अचानक उग्र हो गया। एक पखवाड़े से धरने पर बैठे ग्रामीणों और पुलिस के बीच झूमाझटकी हो गई, जिसमें थाना प्रभारी कमला पुसांग समेत 9–10 पुलिसकर्मी घायल हो गए। घटना में कई ग्रामीणों के भी चोटिल होने की सूचना है।
क्या है पूरा मामला
स्थानीय ग्रामीण जिंदल कोल ब्लॉक आवंटन का विरोध करते हुए पिछले लगभग 15 दिनों से तमनार में धरने पर बैठे थे। ग्रामीणों का आरोप है कि कोल ब्लॉक से पर्यावरण, जल स्रोतों, खेती और आजीविका पर गंभीर असर पड़ेगा। शुक्रवार को प्रशासन द्वारा धरना स्थल पर कार्रवाई/समझाइश के दौरान स्थिति बिगड़ गई और पुलिस–ग्रामीण आमने-सामने आ गए।
हिंसा और तोड़फोड़
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, झूमाझटकी के बाद हालात बेकाबू हो गए। 7–8 वाहनों में तोड़फोड़ की गई और कुछ गाड़ियों में आगजनी की घटनाएं सामने आईं। मौके पर अफरा-तफरी मच गई। आगजनी से क्षेत्र में दहशत फैल गई, जबकि पुलिस को स्थिति नियंत्रित करने में काफी मशक्कत करनी पड़ी।
घायलों की स्थिति
घटना में तमनार थाना प्रभारी (TI) कमला पुसांग सहित 9–10 पुलिसकर्मियों को चोटें आई हैं। वहीं कई ग्रामीणों के भी घायल होने की जानकारी है। सभी घायलों को प्राथमिक उपचार के लिए नजदीकी स्वास्थ्य केंद्रों में भेजा गया।
प्रशासन का रुख
घटना के बाद भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। प्रशासन का कहना है कि कानून-व्यवस्था बहाल कर ली गई है और हालात नियंत्रण में हैं। तोड़फोड़ व आगजनी के मामलों में जांच शुरू कर दी गई है और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
ग्रामीणों की मांग
ग्रामीणों का कहना है कि जब तक कोल ब्लॉक आवंटन रद्द नहीं होता, उनका आंदोलन जारी रहेगा। वे पर्यावरणीय प्रभाव आकलन, ग्राम सभा की सहमति और स्थानीय हितों की अनदेखी का आरोप लगा रहे हैं।
स्थिति पर नजर
तमनार क्षेत्र में फिलहाल तनाव बना हुआ है। प्रशासन और आंदोलनकारियों के बीच बातचीत की संभावनाओं पर नजर रखी जा रही है।



