मध्यप्रदेश में साइबर और आर्थिक अपराधों पर पुलिस की सख्त निगरानी का असर दिख रहा है। देवास पुलिस ने एक ऐसी हाई-प्रोफाइल कार्रवाई में सफलता हासिल की है, जिसमें “जस्ट डायल” के जरिये करोड़ों रुपये की ठगी करने वाले अंतरराज्यीय गिरोह का पर्दाफाश हुआ है। पुलिस ने गिरोह के चार सदस्यों को गिरफ्तार कर बड़ी मात्रा में नकदी, लग्जरी कारें और इलेक्ट्रॉनिक उपकरण जब्त किए हैं।
भोपाल/देवास। मध्यप्रदेश पुलिस महानिदेशक कैलाश मकवाणा के निर्देश पर पूरे राज्य में ऑनलाइन ठगी और आर्थिक अपराधों के खिलाफ विशेष अभियान चलाया जा रहा है। इसी क्रम में देवास पुलिस ने जस्ट डायल वेबसाइट के माध्यम से करोड़ों की ठगी करने वाले एक अंतरराज्यीय गिरोह का भंडाफोड़ किया है।
देवास जिले के औद्योगिक क्षेत्र थाना में एक प्रॉपर्टी ब्रोकर ने शिकायत दर्ज कराई थी कि कुछ व्यक्तियों ने बेहद कम दाम पर जमीन बेचने का झांसा देकर उससे 29.50 लाख रुपए की ठगी की। शिकायत मिलते ही पुलिस ने तकनीकी विश्लेषण, मोबाइल लोकेशन ट्रैकिंग और बैंक खातों की जांच शुरू की। जांच में खुलासा हुआ कि आरोपी उत्तराखंड के हरिद्वार जिले के रुड़की क्षेत्र में छिपे हुए हैं।
देवास पुलिस टीम ने लगभग 1000 किलोमीटर दूर दबिश देकर पांच आरोपियों को होटल से गिरफ्तार किया। पुलिस ने उनके पास से 29.50 लाख रुपए नकद, दो लग्जरी कारें और कई इलेक्ट्रॉनिक साक्ष्य जब्त किए। प्रारंभिक पूछताछ में पता चला कि गिरोह ने मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश और राजस्थान में भी इसी तरह की ठगी की घटनाएँ की थीं। आरोपी फर्जी पहचान पत्र, नकली एग्रीमेंट और अलग-अलग सिम कार्ड का उपयोग करते थे। पुलिस ने बताया कि शेष आरोपियों की तलाश जारी है। देवास पुलिस की यह कार्रवाई राज्य पुलिस की तकनीकी दक्षता और अंतरराज्यीय समन्वय का उत्कृष्ट उदाहरण है।
इसी तरह हाल ही में उज्जैन जिले की नागदा पुलिस ने किसानों से 5 करोड़ रुपए की ठगी करने वाले गिरोह को पकड़ा था। इन कार्रवाइयों से स्पष्ट है कि मध्यप्रदेश पुलिस आर्थिक अपराधों पर सख्त कार्रवाई कर रही है। डीजीपी मकवाणा ने सभी जिलों को निर्देश दिए हैं कि ठगी के मामलों में गहन जांच के साथ-साथ अवैध संपत्तियों की जब्ती और जनजागरूकता अभियान भी चलाए जाएं, ताकि जनता का विश्वास और सुरक्षा कायम रह सके।
जस्ट डायल के जरिये करोड़ों की ठगी करने वाला अंतरराज्यीय गिरोह गिरफ्तार
