
भोपाल। मध्यप्रदेश के स्कूल शिक्षा विभाग ने प्रदेश के जन शिक्षकों और अतिथि शिक्षकों के लंबित वेतन को दीपावली से पहले भुगतान करने के स्पष्ट निर्देश जारी किए हैं। प्रदेश में स्थाई शिक्षक संवर्ग के साथ-साथ लगभग पचास हजार से अधिक अतिथि शिक्षक शिक्षा व्यवस्था को सुचारू रूप से संचालित कर रहे हैं। हालांकि, जुलाई माह से E-ऐटेंडेंस पोर्टल के आधार पर मासिक वेतन भुगतान अनिवार्य कर दिया गया था, लेकिन पोर्टल पर तकनीकी त्रुटियों के कारण अतिथि शिक्षकों और व्यवसायिक शिक्षकों के वेतन भुगतान में बाधा उत्पन्न हो रही थी।
मध्यप्रदेश शिक्षक संघ की बैठक और मांगें
मध्यप्रदेश शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. क्षत्रवीर सिंह राठौर ने स्कूल शिक्षा मंत्री श्री उदय प्रताप सिंह की अध्यक्षता में विभागीय बैठक में यह मांग उठाई कि अतिथि शिक्षकों का जुलाई-अगस्त का वेतन संस्था प्रधान / प्राचार्य द्वारा उपस्थिति प्रमाणित होने पर तुरंत भुगतान किया जाए। E-ऐटेंडेंस पोर्टल की तकनीकी त्रुटियों को सुधारने तक इसे वेतन का आधार न माना जाए। जन शिक्षकों के दो-तीन माह से लंबित वेतन का शीघ्र भुगतान किया जाए। बैठक में विभाग के सचिव डॉ. संजय गोयल, आयुक्त लोक शिक्षण श्रीमती शिल्पा गुप्ता और संचालक राज्य शिक्षा केंद्र हरजिंदर सिंह भी उपस्थित थे।
मंत्री ने वेतन भुगतान का आश्वासन दिया
स्कूल शिक्षा मंत्री श्री उदय प्रताप सिंह ने स्पष्ट किया कि दीपावली से पूर्व समस्त अतिथि शिक्षकों का वेतन अधिकारियों द्वारा आहरित किया जाएगा। इसके लिए विभाग को आवश्यक निर्देश जारी कर दिए गए हैं।मध्यप्रदेश शिक्षक संघ ने मंत्री और विभाग की तत्परता की सराहना करते हुए शिक्षकों के हित में यह निर्णय स्वागत योग्य बताया।





