भोपाल । एम्स अपने कार्यपालक निदेशक प्रो. (डॉ.) अजय सिंह के मार्गदर्शन में अकादमिक उत्कृष्टता, वैश्विक अनुसंधान सहयोग और प्रमाण-आधारित नवाचार की दिशा में निरंतर प्रगति कर रहा है। इसी दृष्टिकोण के अनुरूप, एम्स भोपाल ने एमपी सायकॉन 2025 – इंडियन सायकेट्रिक सोसायटी, मध्यप्रदेश स्टेट चैप्टर के वार्षिक सम्मेलन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। यह सम्मेलन 26 और 27 जुलाई 2025 को आयोजित हुआ। इस वर्ष सम्मेलन का विषय था – “इंटरवेंशनल सायकेट्री : ट्रीटमेंट इंटरवेंशन्स की ओर एक दृष्टिकोण”, जिसके माध्यम से मनोरोग चिकित्सा में नवीनतम हस्तक्षेपों पर विशेषज्ञों द्वारा व्यापक चर्चा की गई। कार्यक्रम में मध्यप्रदेश के 200 से अधिक मनोरोग विशेषज्ञों एवं प्रशिक्षुओं ने भाग लिया। एम्स भोपाल की अकादमिक भागीदारी इस सम्मेलन में विशेष रही। एम्स भोपाल के डीन (अकादमिक) को कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में आमंत्रित किया गया, जहाँ उन्होंने मानसिक स्वास्थ्य को सामान्य स्वास्थ्य सेवाओं में एकीकृत करने की आवश्यकता पर बल दिया। एम्स भोपाल के पीजी मनोरोग प्रशिक्षुओं ने क्विज प्रतियोगिता में प्रथम स्थान प्राप्त कर संस्थान की शैक्षणिक उत्कृष्टता को सिद्ध किया। इसके अतिरिक्त, एम्स भोपाल के मनोरोग विभागाध्यक्ष प्रो. डॉ. विजेन्द्र सिंह को मध्यप्रदेश राज्य के मनोरोग विशेषज्ञों की संस्था, आइडियल सायकेट्री वेलफेयर सोसायटी का माननीय अध्यक्ष निर्वाचित किया गया। वैज्ञानिक सत्रों में rTMS (रिपिटेटिव ट्रांसक्रेनियल मैग्नेटिक स्टिमुलेशन) थेरेपी, अल्ट्रा-ब्रीफ पल्स ईसीटी, केटामाइन इन्फ्यूजन थेरेपी, एवं प्रेसिजन मेडिसिन जैसे उन्नत मानसिक स्वास्थ्य हस्तक्षेपों पर विशेष चर्चा की गई। सम्मेलन में संगोष्ठियाँ, कार्यशालाएं, पैनल चर्चाएं एवं शोधपत्र/पोस्टर प्रस्तुतियाँ आयोजित की गईं। डॉ. सलोनी सिदाना, मिशन निदेशक, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन मध्यप्रदेश एवं सीईओ, स्टेट मेंटल हेल्थ अथॉरिटी, ने विशिष्ट अतिथि के रूप में सम्मेलन को संबोधित किया और राज्य में मानसिक स्वास्थ्य सेवाओं के विकास हेतु अपने विजन को साझा किया। उन्होंने यह भी घोषणा की कि एनएचएम, मध्यप्रदेश द्वारा एम्स भोपाल के साथ बड़े स्तर पर सहयोग की योजना बनाई जा रही है।
इस अवसर पर प्रो. (डॉ.) अजय सिंह ने कहा: “मानसिक स्वास्थ्य समग्र स्वास्थ्य का आधार है। इंटरवेंशनल सायकेट्री जैसे नवाचार मानसिक उपचार की दिशा में नई क्रांति लेकर आ रहे हैं। एम्स भोपाल इस क्षेत्र में शैक्षणिक और क्लीनिकल नेतृत्व प्रदान कर रहा है और राज्य में सुलभ एवं समावेशी मानसिक स्वास्थ्य सेवाएं सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है।”