इंदौर। मध्यप्रदेश की राजनीति और संस्कृति के संगम स्थल इंदौर में 20 मई को लोकमाता अहिल्याबाई होलकर की 300वीं जयंती के अवसर पर एक ऐतिहासिक कैबिनेट बैठक आयोजित होने जा रही है। यह बैठक इंदौर के राजवाड़ा स्थित गणेश हॉल में होगी, जिसकी तैयारियां प्रशासनिक और राजनीतिक दोनों स्तरों पर जोर-शोर से पूरी कर ली गई हैं। लेकिन इस भव्य आयोजन के बीच सबसे बड़ा सवाल यह बना हुआ है कि विवादित बयान के कारण सुर्खियों में आए मंत्री विजय शाह इस बैठक में शामिल होंगे या नहीं।
राजवाड़ा परिसर में खास तैयारियां, मंत्री लेंगे मालवी भोज का स्वाद
20 मई को होने वाली इस बैठक के लिए राजवाड़ा परिसर को आकर्षक ढंग से सजाया गया है, और पूरे इंदौर में राजनीतिक स्वागत के पोस्टर, कटआउट और बैनर लगाए गए हैं। कैबिनेट बैठक के बाद मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव और मंत्रीगण दरबार हॉल में पारंपरिक मालवी भोजन का लुत्फ उठाएंगे। बैठक से एक दिन पहले, यानि 19 मई की शाम को ही मुख्यमंत्री इंदौर पहुंच जाएंगे और उनके सराफा चौपाटी भ्रमण का कार्यक्रम भी तय किया गया है।
यातायात विभाग अलर्ट, सुबह 7 बजे से रहेगा ट्रैफिक डायवर्जन
बैठक के मद्देनज़र 20 मई को सुबह 7 बजे से राजवाड़ा क्षेत्र में ट्रैफिक पूरी तरह से प्रतिबंधित रहेगा। यातायात विभाग ने वैकल्पिक मार्ग तय कर दिए हैं और सुरक्षा के लिहाज से पूरे इलाके को हाई अलर्ट पर रखा गया है।
विजय शाह की मौजूदगी पर सस्पेंस, सुप्रीम कोर्ट की सुनवाई पर टिकी निगाहें
इस पूरे आयोजन में एक अहम राजनीतिक पहलू यह है कि कैबिनेट मंत्री विजय शाह इस बैठक में शामिल होंगे या नहीं। कर्नल सोफिया कुरैशी पर दिए गए विवादित बयान को लेकर शाह सुप्रीम कोर्ट के घेरे में हैं, और 19 मई को इस मामले की सुनवाई निर्धारित है। अगर कोर्ट से उन्हें राहत मिलती है तो उनके शामिल होने की संभावना बन सकती है। लेकिन यदि सुप्रीम कोर्ट ने कोई कड़ा रुख अपनाया, तो उनकी उपस्थिति सरकार के लिए असहज स्थिति पैदा कर सकती है।
गौरतलब है कि मामला दर्ज होने के बाद से विजय शाह अपने गृह क्षेत्र तक सीमित हैं और किसी भी सार्वजनिक आयोजन में शामिल नहीं हो रहे हैं। इस वजह से उनकी उपस्थिति को लेकर राजनीतिक हलकों में चर्चाओं का दौर लगातार जारी है।
निष्कर्ष: इंदौर की ऐतिहासिक धरती पर 20 मई को आयोजित हो रही यह कैबिनेट बैठक न सिर्फ लोकमाता अहिल्याबाई होलकर की स्मृति को श्रद्धांजलि होगी, बल्कि राज्य की राजनीतिक दिशा और छवि के लिए भी महत्वपूर्ण अवसर बन सकती है। अब सबकी निगाहें 19 मई को होने वाली सुप्रीम कोर्ट की सुनवाई और विजय शाह की स्थिति पर टिकी हैं।
इंदौर तैयार 20 मई की ऐतिहासिक कैबिनेट बैठक के लिए, लेकिन मंत्री विजय शाह की मौजूदगी पर अभी भी सस्पेंस कायम
