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इंदौर क्राइम ब्रांच ने किया बड़ा खुलासा: ऑनलाइन गेमिंग वेबसाइट के जरिए करोड़ों की ठगी करने वाली मंदसौर की गैंग गिरफ्तार

8 आरोपी गिरफ्तार: ऑनलाइन गेमिंग सट्टा संचालित करने वाले आरोपियों को पुलिस ने दबोचा।

वेबसाइट का इस्तेमाल: रॉक एक्सचेंज और उसकी अन्य साइटों के जरिए करोड़ों की गैंबलिंग कर रहे थे।


जप्त सामग्री: 29 मोबाइल, 6 लैपटॉप, 13 चेकबुक/पासबुक, नगदी समेत करोड़ों का लेन-देन का हिसाब।


इंदौर: ऑनलाइन गेमिंग और सट्टेबाजी के माध्यम से ठगी करने वाली मंदसौर की एक संगठित गैंग का पर्दाफाश करते हुए इंदौर क्राइम ब्रांच ने 8 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। ये आरोपी रॉक एक्सचेंज नामक वेबसाइट के माध्यम से लोगों को गैंबलिंग और सट्टे के जाल में फंसा रहे थे। पुलिस ने छापेमारी के दौरान आरोपियों से 29 मोबाइल, 6 लैपटॉप, 13 चेकबुक/पासबुक और नगदी बरामद की है।

कैसे किया ठगी का जाल तैयार

क्राइम ब्रांच को मुखबिर से सूचना मिली कि इंदौर के मानवता नगर स्थित मकान नंबर 170-A में कुछ लोग ऑनलाइन सट्टेबाजी का संचालन कर रहे हैं। मौके पर पहुंचकर टीम ने आरोपियों को लैपटॉप और मोबाइल के माध्यम से गैंबलिंग करते रंगे हाथों पकड़ा। पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि वे रॉक एक्सचेंज की विभिन्न साइटों जैसे Rock7.art, Rockinplay.com, Rockbook9.com के माध्यम से ऑनलाइन सट्टे का संचालन कर रहे थे।

आरोपी रकम बैंक खातों में ट्रांसफर करवा कर सट्टा खेलने के लिए आईडी और पॉइंट्स प्रदान करते थे। गेम के जरिए लोगों को शुरुआत में मामूली जीत देकर लालच में फंसाया जाता था, लेकिन बाद में ऐसा अल्गोरिदम और कोडिंग इस्तेमाल किया जाता था जिससे जीतने की संभावना बेहद कम हो जाती थी।

गिरफ्तार आरोपी

पकड़े गए आरोपियों में मुख्य रूप से मंदसौर के निवासी शामिल हैं:

परिक्षीत लोहार (26)

रोशन लालवानी (20)

विजय विश्वकर्मा (22)

अभिषेक यादव (26)

रुचित सिंह (25)

राजेश कोतक (19)

प्रफुल्ल सोनी (29)

महेन्द्र सिंह (28)


करोड़ों की गैंबलिंग का नेटवर्क

जांच में खुलासा हुआ कि यह गैंग खासतौर पर नाबालिग बच्चों और युवाओं को टारगेट कर उन्हें ऑनलाइन गैंबलिंग की लत लगाती थी। ये लोग तेजी से अमीर बनने का लालच देकर लोगों को ठगी का शिकार बनाते थे।

जप्त सामान और अवैध लेन-देन

29 मोबाइल

6 लैपटॉप

13 चेकबुक/पासबुक

12770 रुपये नगद


पुलिस को आरोपियों के मोबाइल में दुबई मनी एक्सचेंज के नंबर भी मिले हैं, जो अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मनी लॉन्ड्रिंग की ओर इशारा करते हैं।

कानूनी कार्रवाई

आरोपियों के खिलाफ पब्लिक गेंबलिंग एक्ट 1976 और अन्य धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है। आरोपियों को पुलिस रिमांड पर लेकर पूछताछ की जा रही है, ताकि गैंग के अन्य सदस्यों और उनके नेटवर्क की जानकारी जुटाई जा सके।

इंदौर क्राइम ब्रांच की इस कार्रवाई ने ऑनलाइन गैंबलिंग और सट्टेबाजी में लिप्त बड़े नेटवर्क का खुलासा किया है, जिससे भविष्य में ऐसे अपराधों पर अंकुश लगाने की उम्मीद की जा रही है।

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