भारतीय रेलवे का डिजिटल कदम: सुपर ऐप ‘रेलवन’ से अब एक ही प्लेटफ़ॉर्म पर मिलेंगी सभी यात्री सेवाएँ

भोपाल । भारतीय रेलवे ने यात्रियों की सुविधा को और अधिक सरल, आधुनिक और कुशल बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम उठाया है। इसी उद्देश्य से जनवरी 2025 में सुपर ऐप ‘रेलवन (स्वरेल)’ का बीटा संस्करण लॉन्च किया गया। यह एकीकृत मोबाइल ऐप रेलवे टिकट बुकिंग से लेकर ई-कैटरिंग और शिकायत निवारण तक, सभी सुविधाएँ एक ही मंच पर उपलब्ध कराता है।
‘रेलवन’ सुपर ऐप को सीआरआईएस (Centre for Railway Information Systems) द्वारा विकसित किया गया है। यात्री अब आरक्षित, अनारक्षित और प्लेटफ़ॉर्म टिकट एक ही ऐप से बुक कर सकते हैं। साथ ही, ट्रेन की रियल टाइम पूछताछ, ई-कैटरिंग सेवा, शिकायत दर्ज करने और उसकी स्थिति देखने जैसी सुविधाएँ भी इस ऐप में उपलब्ध हैं।
यह ऐप पूरी तरह उपयोगकर्ता-अनुकूल (User-Friendly) है और इसमें सिंगल साइन-ऑन (Single Sign-On) की सुविधा दी गई है। यानी उपयोगकर्ता को कई पासवर्ड याद रखने की आवश्यकता नहीं होगी। मौजूदा IRCTC रेलकनेक्ट या UTS ऑन मोबाइल ऐप के यूजर्स अपने पुराने लॉगिन आईडी से ही ‘रेलवन’ में प्रवेश कर सकते हैं।
सुरक्षा और सहजता:
पहले लॉगिन पर हर उपयोगकर्ता के लिए एक आर-वॉलेट (R-Wallet) स्वचालित रूप से तैयार हो जाता है। जो उपयोगकर्ता पहले से UTS ऑन मोबाइल ऐप का प्रयोग कर रहे हैं, उनके वॉलेट यहां लिंक हो जाएंगे। साथ ही, सुरक्षित लॉगिन के लिए एम-पिन और ओटीपी आधारित गेस्ट लॉगिन की सुविधा भी दी गई है।
सुपर ऐप की प्रमुख विशेषताएँ:
1. सिंगल साइन-ऑन सिस्टम – एक ही पहचान से सभी रेलवे सेवाओं तक पहुंच।
2. ऑल-इन-वन प्लेटफ़ॉर्म – टिकट बुकिंग, ट्रेन पूछताछ, ई-कैटरिंग और शिकायत निवारण एक जगह।
3. बहुभाषी इंटरफ़ेस और सुरक्षित भुगतान प्रणाली – सभी उपयोगकर्ताओं के लिए सरल अनुभव।
‘रेलवन (स्वरेल)’ ऐप भारतीय रेलवे की डिजिटल सेवाओं को एकीकृत कर डिजिटल इंडिया मिशन को और मजबूत बना रहा है। यह ऐप एंड्रॉइड और iOS दोनों प्लेटफ़ॉर्म्स पर उपलब्ध है। रेलवे प्रशासन ने यात्रियों से आग्रह किया है कि वे इस ऐप का अधिकतम उपयोग करें और डिजिटल सुविधाओं के इस नए युग का लाभ उठाएँ।



