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भोपाल और स्मोलेंस्क के बीच ‘सिस्टर सिटी’ समझौते की ऐतिहासिक शुरुआत, भारत-रूस संबंधों को मिलेगा नया आयाम

भोपाल, मध्यप्रदेश: मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल अब वैश्विक मंच पर अपनी पहचान को और मजबूत करने की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम बढ़ा चुकी है। भोपाल और रूस के ऐतिहासिक शहर स्मोलेंस्क के बीच ‘सिस्टर सिटी समझौते’ को लेकर की गई पहल ने भारत-रूस सांस्कृतिक, शैक्षणिक और आर्थिक संबंधों को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाने की उम्मीद जगा दी है।

भोपाल स्थित फेडरेशन कार्यालय में आयोजित प्रेस वार्ता में फेडरेशन के अध्यक्ष श्री दीपक शर्मा ने जानकारी दी कि यह समझौता दोनों शहरों के बीच सहयोग को संस्थागत स्वरूप देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रयास है।

इस ऐतिहासिक सहयोग की पहली झलक रूस द्वारा भोपाल की महापौर और प्रतिनिधिमंडल को विजय दिवस समारोह (9 मई 2024) में विशेष राज्य अतिथि के रूप में आमंत्रित करने से मिली है। यह समारोह स्मोलेंस्क सहित पूरे रूस में द्वितीय विश्व युद्ध की विजय को स्मरण करने के लिए बड़े पैमाने पर आयोजित किया जाता है।

मुख्य बिंदु:

भोपाल-स्मोलेंस्क सिस्टर सिटी समझौता सांस्कृतिक, शैक्षणिक, पर्यटन, हस्तशिल्प और तकनीकी क्षेत्रों में सहयोग को बढ़ावा देगा।

विजय दिवस समारोह में भोपाल की महापौर की उपस्थिति भारत-रूस द्विपक्षीय संबंधों को नई मजबूती देगी।

फेडरेशन की पहल से भोपाल को वैश्विक पहचान और विदेशी निवेश के नए अवसर मिल सकते हैं।


इन प्रमुख क्षेत्रों में होगा सहयोग:

1. शिक्षा एवं तकनीकी प्रशिक्षण:
भोपाल के विद्यार्थी रूस के विश्वविद्यालयों में उच्च शिक्षा और तकनीकी अध्ययन कर सकेंगे, वहीं रूसी छात्र भोपाल आकर अध्ययन कर पाएंगे।


2. कला एवं संस्कृति:
दोनों शहरों के सांस्कृतिक दल एक-दूसरे के शहरों में सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत करेंगे, जिससे भारत-रूस सांस्कृतिक आदान-प्रदान को वैश्विक मंच मिलेगा।


3. पर्यटन:
इस सहयोग से पर्यटन उद्योग को नया प्रोत्साहन मिलेगा और भोपाल अंतरराष्ट्रीय पर्यटकों के लिए एक नई पसंद बनेगा।


4. हस्तशिल्प एवं लघु उद्योग:
भोपाल के कारीगरों और हस्तशिल्प उत्पादों को रूसी बाजार तक पहुंचने का अवसर मिलेगा, जिससे स्थानीय अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी।


5. तकनीकी नवाचार और स्टार्टअप सहयोग:
रूस की उन्नत तकनीकों से भोपाल के युवा और उद्यमी लाभान्वित होंगे, जिससे उन्हें वैश्विक प्रतिस्पर्धा के लिए तैयार किया जा सकेगा।



आगामी योजना:
प्रतिनिधिमंडल की इस यात्रा के बाद भोपाल में एक विशेष जन-जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा, जिसमें नागरिकों को इस समझौते की विस्तृत जानकारी दी जाएगी और आगामी गतिविधियों की रूपरेखा प्रस्तुत की जाएगी।

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