भोपाल: माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय (एमसीयू) के इलेक्ट्रॉनिक मीडिया विभाग में प्रोडक्शन प्रोसेस पर दो दिवसीय कार्यशाला की शुरुआत सोमवार को हुई। कार्यशाला में विषय विशेषज्ञ और प्रसिद्ध एंकर श्री अक्षय बिंदुआ तथा सरदार वल्लभ भाई पटेल पॉलिटेक्निक कॉलेज के वरिष्ठ व्याख्याता डॉ. आशीष भावलकर ने विद्यार्थियों को महत्वपूर्ण टिप्स दिए।
कार्यशाला का शुभारंभ विभागाध्यक्ष प्रो. (डॉ.) मोनिका वर्मा ने किया। उन्होंने श्री अक्षय बिंदुआ और डॉ. आशीष भावलकर का शॉल और स्मृति चिन्ह देकर स्वागत किया।
एंकरिंग के गुर और उच्चारण का महत्व
प्रथम सत्र में एंकर और पत्रकार श्री अक्षय बिंदुआ ने ‘आर्ट ऑफ एंकरिंग’ पर चर्चा की। उन्होंने विद्यार्थियों को बताया कि एंकरिंग में व्यावहारिक ज्ञान और मेहनत की अत्यधिक आवश्यकता होती है। उन्होंने कहा:
> “मीडिया में एंकरिंग ग्लैमरस दिखती है, लेकिन इसके लिए गहरी तैयारी और कड़ी मेहनत जरूरी है।”
श्री बिंदुआ ने अच्छी एंकरिंग, वॉइस ओवर के टिप्स साझा किए और उच्चारण को एक विज्ञान बताते हुए छात्रों से अपनी आवाज़ और भाषा की शुद्धता पर ध्यान देने की सलाह दी।
सत्र का संचालन कार्यशाला के सह-संयोजक और प्रोड्यूसर डॉ. रामदीन त्यागी ने किया।
कैमरा टेक्नीक पर विशेषज्ञ सलाह
दूसरे सत्र में वरिष्ठ व्याख्याता डॉ. आशीष भावलकर ने कैमरा तकनीक और प्रोडक्शन प्रोसेस पर जानकारी दी। उन्होंने विद्यार्थियों को मीडिया, डॉक्यूमेंट्री और फिल्मों में कैमरा संचालन की बारीकियां सिखाईं।
> “कैमरा चलाने की तकनीक, सही शॉट्स का चयन और उनके उपयोग के पीछे की सोच को समझना बेहद जरूरी है,” उन्होंने कहा।
डॉ. भावलकर ने कैमरा एंगल्स और शॉट्स के महत्व को रोचक अंदाज में समझाया। इस सत्र का संचालन प्रोड्यूसर और स्टूडियो मैनेजर डॉ. मनोज पटेल ने किया।
कार्यशाला में प्रतिभागियों का उत्साह
कार्यशाला में इलेक्ट्रॉनिक मीडिया विभाग के शिक्षक और विद्यार्थी बड़ी संख्या में उपस्थित रहे। सत्र के समापन पर वरिष्ठ सहायक प्राध्यापक ले. मुकेश कुमार चौरासे ने आभार व्यक्त किया।
इस कार्यशाला ने मीडिया में करियर बनाने के इच्छुक विद्यार्थियों को व्यावहारिक ज्ञान और नए दृष्टिकोण प्रदान किए। भविष्य में भी ऐसे आयोजन छात्रों के विकास में मददगार साबित होंगे।
एमसीयू के इलेक्ट्रॉनिक मीडिया विभाग में प्रोडक्शन प्रोसेस कार्यशाला का शुभारंभ
