
भोपाल। मध्यप्रदेश सहित देश के विभिन्न महानगरों में विकास परियोजनाओं के नाम पर हो रही पेड़ों और जंगलों की अवैध कटाई को लेकर अमर शहीद फाउंडेशन ने कड़ा विरोध दर्ज कराया है। फाउंडेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुभाष शर्मा, राष्ट्रीय प्रशासनिक प्रभारी अनिल बाजपेई एवं राष्ट्रीय महासचिव अरुण वर्मा ने इसे पर्यावरण और मानव जीवन के लिए गंभीर खतरा बताते हुए तत्काल रोक लगाने की मांग की है।
पेड़ों की कटाई से बढ़ रही ऑक्सीजन की कमी
अमर शहीद फाउंडेशन के पदाधिकारियों ने कहा कि महानगरों में सड़कों, भवनों और अन्य विकास कार्यों के नाम पर जिस तेजी से पेड़ों की कटाई की जा रही है, उससे दिन-प्रतिदिन ऑक्सीजन की मात्रा घटती जा रही है। इसके परिणामस्वरूप पर्यावरण असंतुलन और वायु प्रदूषण लगातार बढ़ रहा है। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि यदि यही स्थिति बनी रही तो आने वाले समय में सीमेंट और कंक्रीट की इमारतें तथा सड़कें तो होंगी, लेकिन स्वच्छ हवा और हरियाली नहीं बचेगी, जिससे मनुष्य को सांस लेने में भी कठिनाई होगी।
भविष्य के लिए गंभीर चिंता का विषय
फाउंडेशन के नेताओं ने कहा कि पेड़ों की अंधाधुंध कटाई केवल पर्यावरण ही नहीं, बल्कि मानव स्वास्थ्य के लिए भी खतरा है। ऑक्सीजन की कमी से सांस संबंधी बीमारियां बढ़ेंगी और कोरोना जैसी महामारियों का खतरा भी और गंभीर हो सकता है। यह स्थिति आने वाली पीढ़ियों के लिए एक भयानक भविष्य का संकेत है।
प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्रियों से की अपील
राष्ट्रीय महासचिव अरुण वर्मा और राष्ट्रीय प्रशासनिक प्रभारी अनिल बाजपेई ने माननीय प्रधानमंत्री सहित मध्यप्रदेश, उत्तरप्रदेश, महाराष्ट्र, दिल्ली, कर्नाटक, तमिलनाडु, आंध्रप्रदेश, पश्चिम बंगाल, पंजाब, राजस्थान एवं अन्य राज्यों के मुख्यमंत्रियों और पर्यावरण मंत्रियों से मांग की है कि महानगरों में विकास के नाम पर हो रही अवैध पेड़ों और जंगलों की कटाई पर पूरी तरह रोक लगाई जाए।
उन्होंने कहा कि यदि समय रहते सख्त कदम नहीं उठाए गए, तो आम जनता को ऑक्सीजन की कमी, प्रदूषण और गंभीर बीमारियों का सामना करना पड़ेगा।
देशभर से मिला समर्थन
इस मांग का देश के विभिन्न राज्यों से समर्थन मिला है। समर्थन करने वालों में
आलोक रंजन (झारखंड), विजय प्रसाद (बिहार), अंकित कुमार (पश्चिम बंगाल), सुभाष केंदुरकर (मध्यप्रदेश), विजय वर्मा (छत्तीसगढ़), राजकुमार तिवारी (उत्तरप्रदेश), देवकी नंदन (हरियाणा), ताराचंद्र राणा (राजस्थान), अंजनी कुमार कमांडेंट (महाराष्ट्र), कालू राम बराठे, आनंद कुमार श्रीवास्तव सहित अनेक सामाजिक कार्यकर्ता और पर्यावरण प्रेमी शामिल हैं।
हरियाली बचाने की अपील
अमर शहीद फाउंडेशन ने सरकारों से आग्रह किया है कि विकास और पर्यावरण संरक्षण के बीच संतुलन बनाते हुए योजनाएं लागू की जाएं, ताकि शहरों का विकास भी हो और प्रकृति तथा मानव जीवन भी सुरक्षित रह सके।



