
2800 केंद्रों से 50 हजार से अधिक पुलिसकर्मी सामूहिक ध्यान से जुड़े
भोपाल। विश्व ध्यान दिवस के अवसर पर 21 दिसंबर को हार्टफुलनेस फाउंडेशन के सहयोग से मध्यप्रदेश पुलिस द्वारा एक व्यापक और अनुकरणीय सामूहिक ध्यान कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस आयोजन में प्रदेश के सभी जिलों के थानों में पदस्थ पुलिस अधिकारी और कर्मचारी ऑनलाइन माध्यम से जुड़े। कार्यक्रम का सीधा प्रसारण हार्टफुलनेस मुख्यालय, कान्हा शांतिवनम (हैदराबाद) से किया गया। विश्व स्तर पर आयोजित इस ध्यान सत्र में लगभग एक करोड़ प्रतिभागियों ने सहभागिता की, जिनमें मध्यप्रदेश पुलिस के 2800 केंद्रों से 50 हजार से अधिक पुलिसकर्मी जिला, थाना और बीट स्तर तक ज़ूम माध्यम से सम्मिलित हुए। यह पुलिस कल्याण के क्षेत्र में एक नया कीर्तिमान माना जा रहा है।
सुव्यवस्थित आयोजन और प्रशासनिक समन्वय
कार्यक्रम के सफल संचालन हेतु प्रत्येक जिले में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षकों को नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया, जबकि हर थाने में पुलिस समन्वयक तय किए गए थे।
निर्धारित समयानुसार प्रातः 10:00 बजे से 11:15 बजे तक रिलैक्सेशन, गाइडेड मेडिटेशन और आत्मावलोकन सत्र आयोजित किए गए।
साप्ताहिक ध्यान कार्यक्रम का औपचारिक शुभारंभ
पुलिस महानिदेशक कैलाश मकवाणा के निर्देशानुसार 21 दिसंबर 2025 से प्रदेश के सभी पुलिस थानों में साप्ताहिक ध्यान कार्यक्रम की शुरुआत कर दी गई है। यह कार्यक्रम फरवरी 2025 में मध्यप्रदेश पुलिस और हार्टफुलनेस संस्था के बीच हुए एमओयू के अंतर्गत संचालित किया जा रहा है, जिसके तहत पुलिसकर्मियों को निःशुल्क ध्यान प्रशिक्षण दिया जाएगा। थाना, यातायात, महिला थाना, अजाक अपराध शाखा एवं अन्य सभी इकाइयों में
हर रविवार नियमित ध्यान सत्र आयोजित किए जाएंगे।
1200 ध्यान केंद्र स्थापित करने की घोषणा
कार्यक्रम के दौरान हार्टफुलनेस फाउंडेशन के प्रणेता एवं वैश्विक आध्यात्मिक मार्गदर्शक पूज्य दाजी ने मध्यप्रदेश पुलिस के लिए एक महत्वपूर्ण घोषणा करते हुए कहा कि प्रदेश में 1200 रिलैक्सेशन एवं मेडिटेशन सेंटर्स पुलिस थानों एवं पुलिस लाइनों में प्रारंभ किए जाएंगे। यह कदम साप्ताहिक ध्यान को और अधिक सुदृढ़ बनाएगा।
ऑनलाइन सामूहिक ध्यान सत्र की विशेषताएं
21 दिसंबर को आयोजित ऑनलाइन सामूहिक ध्यान सत्र में प्रातः 9:30 बजे से सत्रबद्ध मार्गदर्शन ध्यान प्रक्रिया की सरल विधियां, रिलैक्सेशन अभ्यास, कान्हा शांतिवनम से लाइव ध्यान, मुख्यमंत्री का प्रेरक संदेश राष्ट्रगान के साथ कार्यक्रम का समापन किया गया।
ध्यान का महत्व: पुलिस मुख्यालय से संदेश
कार्यक्रम के प्रारंभ में पुलिस मुख्यालय से उप पुलिस महानिरीक्षक विनीत कपूर (PSO to DGP) ने ध्यान के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि ध्यान भारतीय संस्कृति और आध्यात्मिक परंपरा का अभिन्न अंग है।
उन्होंने बताया कि नियमित ध्यान पुलिसकर्मियों की कार्यक्षमता, मानसिक संतुलन, निर्णय क्षमता और तनाव प्रबंधन में प्रभावी भूमिका निभाता है।
वैश्विक निःशुल्क ऑनलाइन ध्यान सत्र
विश्व ध्यान दिवस के अवसर पर रात्रि 8:00 बजे हार्टफुलनेस के ग्लोबल गाइड पूज्य श्री दाजी द्वारा 20 मिनट का निःशुल्क वैश्विक ऑनलाइन ध्यान सत्र भी आयोजित किया गया, जिसमें बड़ी संख्या में नागरिकों और पुलिसकर्मियों ने सहभागिता की।
मानसिक सशक्तिकरण की दिशा में ठोस पहल
यह सामूहिक ध्यान कार्यक्रम पुलिसकर्मियों के मानसिक स्वास्थ्य, तनाव प्रबंधन, आत्मसंयम, सकारात्मक सोच को सुदृढ़ करने में अत्यंत उपयोगी सिद्ध हुआ है। ध्यान और आत्मावलोकन से पुलिसकर्मियों में मानवीय संवेदनशीलता, विवेकपूर्ण निर्णय और जनोन्मुखी व्यवहार को बढ़ावा मिलता है। मध्यप्रदेश पुलिस की यह पहल स्पष्ट करती है कि प्रदेश पुलिस न केवल कानून-व्यवस्था के प्रति प्रतिबद्ध है, बल्कि अपने बल के मानसिक, भावनात्मक और नैतिक सशक्तिकरण के लिए भी निरंतर प्रयासरत है।



