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पांढुर्णा, सिवनी, बालाघाट, मंडला, डिंडोरी और अनूपपुर जिलों में झमाझम

मप्र में मानसून ने दी दस्तक
-भोपाल-इंदौर समेत कई जिलों में तेज बारिश, सीहोर में सीवन नदी उफनी
अब तक जून में 77 एमएम बारिश हुई, सामान्य से यह 17 प्रतिशत कम
भोपाल । दक्षिण-पश्चिम मानसून 10 दिन थमे रहने के बाद शुक्रवार को मप्र पहुंच गया। 6 दिन की देरी से मानसून मप्र के पांढुर्णा, सिवनी, बालाघाट, मंडला, डिंडोरी और अनूपपुर जिलों में प्रवेश कर चुका है। भारतीय मौसम विभाग के मुताबिक, मानसून जल्द महाराष्ट्र-विदर्भ के हिस्सों, छत्तीसगढ़, ओडिशा, गांगेय पश्चिम बंगाल, उपहिमालयी पश्चिम बंगाल और झारखंड के कुछ हिस्सों में पहुंच सकता है। मौसम विभााग ने बताया कि देश में अब तक (1 से 20 जून तक) 77 मिमी बारिश हुई। यह इस दौरान होने वाली बारिश से 17 प्रतिशत कम है। 1 से 20 जून तक देश में 92.8 मिमी बारिश हो जाती है।
मानसून प्रदेश के जिन 6 जिलों से एंटर हुआ, वहां पिछले 24 घंटे में तेज बारिश का दौर चला है। मंडला के कुमदम में 2.2 इंच, बिछारी में 1.8 इंच, मेहगांव में 0.5 इंच बारिश हुई। बालाघाट के पारसवाड़ा, लालबर्रा, बिरसा, सिवनी जिले के लखानदौन, बरघाट, कोहरी, धनोरा, घांसोरे, सिवनी शहर, डिंडौरी जिले के डिंडौरी शहर, अमरपुर में भी तेज बारिश हुई है। मप्र में डिंडौरी के रास्ते मानसून की एंट्री हो गई है। इसके चलते भोपाल में शुक्रवार शाम 4 बजे बारिश का दौर शुरू हो गया। अलसुबह करीब 3 बजे से बारिश हुई। यहां बैरागढ़ इलाके में सुबह 8 बजे तक 4.8 इंच बारिश रिकॉर्ड की गई। सीहोर में दो घंटे में ही 4 इंच से ज्यादा पानी बरसा। यहां सीवन नदी में बहाव तेज हो गया। गुरुवार तक ये नदी सूखी थी। उज्जैन, रतलाम, शाजापुर और रायसेन में देर रात से रुक-रुककर बारिश हो रही है। इंदौर में बादल और तेज हवा चल रही है।
106 प्रतिशत तक बारिश होने का अनुमान
मौसम विभाग के अनुसार इस बार मानसून 6 दिन देरी से आया है, लेकिन वह खूब बरसेगा। भारतीय मौसम विभाग ने जून से सितंबर यानी चार महीने तक प्रदेश में 104 से 106 प्रतिशत तक बारिश होने का अनुमान जताया है।
यहां पहुंचा, यहां अटका
दक्षिण-पश्चिम मानसून निकोबार में 19 मई को पहुंच गया था। केरल में इस बार दो दिन पहले, यानी 30 मई को, ही मानसून पहुंच गया था और कई राज्यों को कवर भी कर गया। फिर 12 से 18 जून तक (6 दिन) मानसून रुका रहा। इसके चलते उत्तर भारत में हीटवेव चल रही है। मानसून 12 जून तक केरल, कर्नाटक, गोवा, आंध्र प्रदेश और तेलंगाना को पूरी तरह कवर कर चुका था। साथ ही दक्षिण महाराष्ट्र के ज्यादातर हिस्सों, दक्षिणी छत्तीसगढ़ के कुछ हिस्सों, दक्षिणी ओडिशा, उपहिमालयी पश्चिम बंगाल, सिक्किम और सभी पश्चिमोत्तर राज्यों में पहुंच गया था। 18 जून तक मानसून गुजरात के नवसारी, महाराष्ट्र के जलगांव, अमरावती, चंद्रपुर, छत्तीसगढ़ के बीजापुर, सुकमा, ओडिशा के मलकानगिरी और आंध्र प्रदेश के विजयनगरम तक पहुंचा। मौसम विभाग का अनुमान है कि जून में मानसून सामान्य से कम यानी 92 प्रतिशत लंबी अवधि के औसत से कम रहेगा।
खंडवा में भूकंप के झटके
खंडवा में शुक्रवार सुबह 9 बजकर 4 मिनट पर भूकंप के झटके महसूस किए गए। रिक्टर पैमाने पर इनकी तीव्रता 3.6 मापी गई है। केंद्र खंडवा से 10 किलोमीटर दूर रहा। फिलहाल किसी प्रकार के जान-माल के नुकसान की जानकारी सामने नहीं आई है। शहर के नागचून रोड स्थित हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी, कीर्ति नगर, नवकार नगर, गुलमोहर कॉलोनी, आनंद नगर, माता चौक, इमलीपुरा, हातमपुरा, सिंघाड़ तलाई, छैगांवमाखन समेत कई इलाकों में कंपन से डरे लोग घरों से बाहर निकल आए थे। एडीएम काशीराम बडोले ने कहा कि स्थानीय मौसम विभाग ने झटकों की तीव्रता 3.6 बताई है। यह सिर्फ कंपन तक सीमित रहा। किसी प्रकार के नुकसानी की सूचना नहीं मिली है।

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