भोपाल में मनाया गया राष्ट्रीय सुरक्षित मातृत्व दिवस, महिलाओं के लिए आयोजित हुए स्वास्थ्य शिविर और जागरूकता कार्यक्रम

भोपाल।  मातृत्व स्वास्थ्य के महत्व को रेखांकित करते हुए और गर्भावस्था, प्रसवकालीन व प्रसव पश्चात देखभाल पर जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से 11 अप्रैल को ‘राष्ट्रीय सुरक्षित मातृत्व दिवस 2024’ के अवसर पर भोपाल जिले की सभी शासकीय स्वास्थ्य संस्थाओं में विशेष स्वास्थ्य जांच शिविर और महिला स्वास्थ्य जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए गए।

इस अवसर पर प्रसव योग्य आयु वर्ग की महिलाओं के लिए खासतौर पर आयोजित सत्रों में गर्भावस्था संबंधी जटिलताओं, संतुलित पोषण, स्वच्छता, तथा स्तन और सर्वाइकल कैंसर जैसे विषयों पर विस्तार से जानकारी दी गई। डॉक्टरों और स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा महिलाओं को प्रारंभिक लक्षणों की पहचान और सही समय पर इलाज के बारे में प्रशिक्षित किया गया।

राष्ट्रीय सुरक्षित मातृत्व दिवस की पृष्ठभूमि और उद्देश्य

भारत सरकार ने वर्ष 2003 में, महात्मा गांधी की पत्नी कस्तूरबा गांधी की जयंती (11 अप्रैल) को ‘राष्ट्रीय सुरक्षित मातृत्व दिवस’ के रूप में घोषित किया था। यह दिन मनाने वाला भारत दुनिया का पहला देश है, जो मातृत्व स्वास्थ्य पर केंद्रित इस महत्वपूर्ण पहल के माध्यम से मातृ मृत्यु दर (MMR) को कम करने के उद्देश्य से निरंतर प्रयासरत है।

इस दिन का प्रमुख उद्देश्य है – गर्भवती महिलाओं को सुरक्षित और गुणवत्तापूर्ण प्रसव सेवाएं उपलब्ध कराना, जिससे जटिलताओं को रोका जा सके और उनकी जान बचाई जा सके।

मातृ मृत्यु दर में आई वैश्विक और राष्ट्रीय गिरावट

विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की रिपोर्ट के अनुसार, वर्ष 2000 से 2023 के बीच वैश्विक स्तर पर मातृ मृत्यु दर में 40% की कमी आई है। भारत में भी केंद्र एवं राज्य सरकारों के प्रयासों से MMR में निरंतर गिरावट देखी जा रही है।

गंभीर रक्तस्राव, संक्रमण, एक्लैंपशिया, प्री-एक्लैंपशिया, अवरोधित प्रसव तथा असुरक्षित गर्भपात जैसी समस्याएं अधिकांश मातृ मृत्यु के पीछे प्रमुख कारण हैं। विशेषज्ञों के अनुसार, इन जटिलताओं में से 75% तक मामलों को समय पर पहचान और उपचार से रोका जा सकता है।




सरकारी योजनाओं से मिल रहा लाभ

मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (CMHO) भोपाल, डॉ प्रभाकर तिवारी ने जानकारी दी कि राज्य सरकार द्वारा महिलाओं के लिए चलाए जा रहे स्वास्थ्य कल्याण कार्यक्रमों के सकारात्मक परिणाम सामने आ रहे हैं। इनमें प्रमुख रूप से शामिल हैं:

जननी सुरक्षा योजना

मुख्यमंत्री श्रमिक सेवा प्रसूति सहायता योजना

जननी शिशु सुरक्षा कार्यक्रम

सुरक्षित मातृत्व आश्वासन कार्यक्रम (SUMAN)

प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान (PMSMA)

निशुल्क 108 एंबुलेंस सेवा


इन योजनाओं ने गर्भवती महिलाओं को समय पर इलाज, संस्थागत प्रसव एवं पौष्टिक आहार जैसे संसाधनों तक पहुँच प्रदान की है।




भोपाल में मातृत्व सुरक्षा की दिशा में बड़ा कदम

भोपाल के स्वास्थ्य विभाग की यह पहल न केवल मातृत्व के दौरान महिलाओं को सुरक्षा और देखभाल प्रदान करने की दिशा में है, बल्कि यह संदेश भी देती है कि महिलाओं के स्वास्थ्य के प्रति समाज और शासन दोनों की ज़िम्मेदारी है।

राष्ट्रीय सुरक्षित मातृत्व दिवस 2024 की यह मुहिम जनजागरूकता, सरकारी सेवाओं और मातृ स्वास्थ्य सुरक्षा के समन्वय का सफल उदाहरण बनी है।

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