मध्यप्रदेश में पहली बार महिलाओं द्वारा संचालित ‘हैंडलूम कैफे’ का शुभारंभ
चंदेरी के प्राणपुर गांव में म.प्र. टूरिज्म बोर्ड का अनूठा प्रयास, महिला सशक्तीकरण की दिशा में अहम कदम*
भोपाल. । मध्यप्रदेश के अशोकनगर जिले में स्थित प्रसिद्ध पर्यटन स्थल चंदेरी के पास प्राणपुर गांव को म.प्र. टूरिज्म बोर्ड ने देश के पहले ‘क्राफ्ट हैंडलूम टूरिस्ट विलेज’ के रूप में विकसित किया है। इसी गांव में अब ‘हैंडलूम कैफे’ की शुरुआत की गई है, जो पूरी तरह से महिलाओं द्वारा संचालित होगा। यह कैफे म.प्र. में अपनी तरह का पहला कैफे है, जिसमें सभी प्रमुख कार्यों से लेकर प्रबंधन तक की जिम्मेदारी महिलाओं द्वारा निभाई जा रही है।
म.प्र. टूरिज्म बोर्ड की अपर प्रबंध संचालक, सुश्री बिदिशा मुखर्जी ने इस कैफे का निरीक्षण किया और महिला कर्मचारियों को शुभकामनाएं देते हुए उनके प्रयासों की सराहना की। उन्होंने कहा कि यह कदम न केवल महिला सशक्तीकरण को बढ़ावा देता है, बल्कि इसे सुरक्षित पर्यटन स्थल बनाने की दिशा में भी एक महत्वपूर्ण पहल है।
**महिलाओं का हर स्तर पर योगदान:**
इस ‘हैंडलूम कैफे’ की खासियत यह है कि यहां सभी पद, चाहे वह सुरक्षा गार्ड हो, स्वागत स्टाफ, शेफ, रिसेप्शनिस्ट, कैशियर या फ्रंट ऑफिस मैनेजर—सभी जिम्मेदारियां महिलाओं द्वारा निभाई जाएंगी। इन महिलाओं को होटल प्रबंधन के विशेषज्ञों द्वारा इंस्टीट्यूट ऑफ होटल मैनेजमेंट (आईएचएम) भोपाल में विशेष प्रशिक्षण दिया गया है। इसके साथ ही, इन महिलाओं को एक समूह के रूप में ‘सखी सहेली लोक कल्याण संघ’ के तहत पंजीकृत किया गया है।
**महिला सशक्तीकरण और पर्यटन विकास का संगम:**
सुश्री मुखर्जी ने कहा कि यह परियोजना महिलाओं को रोजगार के साथ-साथ आत्मनिर्भर बनने और उनके जीवन की गुणवत्ता को सुधारने के लिए आवश्यक कौशल प्रदान करेगी। इसके अलावा, यह प्रयास राज्य में सुरक्षित और समावेशी पर्यटन को प्रोत्साहित करने की दिशा में उठाया गया एक बड़ा कदम है। इस कैफे के माध्यम से न केवल मध्यप्रदेश की समृद्ध संस्कृति का अनुभव मिलेगा, बल्कि यह पर्यटकों को एक प्रगतिशील और सुरक्षित पर्यटन स्थल का एहसास भी कराएगा।