भोपाल के रोशनपुरा चौराहा पर बुधवार शाम सवर्ण समाज ने IAS संतोष वर्मा के विवादित और समाज को आहत करने वाले बयान के विरोध में जोरदार प्रदर्शन किया। बहन-बेटियों के सम्मान की मांग करते हुए प्रदर्शनकारियों ने पुतला दहन किया और कई प्रमुख ब्राह्मण व सवर्ण समाज नेताओं को पुलिस ने मौके से गिरफ्तार कर लिया। हालांकि बाद में सभी को छोड़ दिया गया।
भोपाल के रोशनपुरा चौराहा पर 27 नवंबर की शाम सकल सवर्ण समाज और विभिन्न सवर्ण कर्मचारी एवं सामाजिक संगठनों ने संयुक्त रूप से IAS संतोष वर्मा के विवादित बयान के विरोध में जोरदार प्रदर्शन किया। समाज का कहना है कि संतोष वर्मा का बयान न केवल असंवेदनशील है बल्कि बहन-बेटियों का अपमान करता है, जिसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की जा रही है। शाम 4 बजे शुरू हुए इस विरोध प्रदर्शन में बड़ी संख्या में सवर्ण समाज के लोग शामिल हुए। प्रदर्शनकारियों ने संतोष वर्मा का पुतला दहन कर अपना आक्रोश व्यक्त किया। नारेबाजी और विरोध के बीच पुलिस ने प्रदर्शन स्थल पर मोर्चा संभाला।
इस दौरान कई प्रमुख नेता और सामाजिक कार्यकर्ता गिरफ्तार किए गए। इनमें कर्मचारी नेता सुधीर नायक, नगर निगम भोपाल के पूर्व अध्यक्ष कैलाश मिश्रा, पुष्पेन्द्र मिश्रा,कर्मचारी नेता श्यामसुंदर शर्मा, हिंदू उत्सव समिति के अध्यक्ष चंद्रशेखर तिवारी प्रमुख नाम शामिल हैं। सूत्रों के अनुसार समाज के वरिष्ठ नेता राकेश चतुर्वेदी एवं परशुराम बोर्ड के अध्यक्ष विष्णु राजोरिया कार्यक्रम में नजर नहीं आए, जिसके कारण मौके पर चर्चा का विषय बने रहे। पुलिस द्वारा गिरफ्तारी के बाद कुछ देर में ही सभी नेताओं को छोड़ दिया गया। सवर्ण समाज ने चेतावनी दी है कि यदि IAS संतोष वर्मा के खिलाफ कठोर कार्रवाई नहीं होती, तो विरोध प्रदर्शन और उग्र किया जाएगा।
रोशनपुरा चौराहा पर सवर्ण समाज का उग्र प्रदर्शन: ब्राह्मण नेताओं की गिरफ्तारी, IAS संतोष वर्मा के विवादित बयान के खिलाफ पुतला दहन
