भोपाल में “ऑपरेशन नशा-नियंत्रण” के तहत आबकारी विभाग की बड़ी कार्रवाई, अवैध शराब पर कसा शिकंजा – 28 प्रकरण दर्ज

भोपाल । राजधानी भोपाल की नाइटलाइफ पर अब शिकंजा कसता नजर आ रहा है। मध्यप्रदेश की राजधानी में “ऑपरेशन नशा-नियंत्रण” के तहत आबकारी विभाग ने शुक्रवार-शनिवार रातभर रेस्टोरेंट्स, ढाबों और होटलों पर छापामार कार्रवाई की। इस सख्त अभियान के दौरान 28 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया, जो अवैध रूप से शराब परोसने और पीने में लिप्त पाए गए।

नीलबड़ से रायसेन रोड तक एक्शन मोड में रही टीम, रसूखदारों को भी नहीं बख्शा गया
भोपाल के नीलबड़, रायसेन रोड, रौनक ढाबा और व्हाइट ऑर्किड जैसे इलाकों में देर रात तक आबकारी विभाग की टीमें सक्रिय रहीं। कई स्थानों पर बिना लाइसेंस शराब परोसी जा रही थी और शराब सेवन के मामले सामने आए। प्रशासन ने साफ कर दिया कि चाहे ढाबा हो या हाई-प्रोफाइल रेस्टोरेंट— न कानून देखा जाएगा, न रसूख काम आएगा।

28 प्रकरणों में दर्ज हुए केस, शराब के जाम की जगह अब लगेंगी धाराएं
अभियान के दौरान जिन रेस्टोरेंट्स और व्यक्तियों को अवैध शराब के सेवन या परोसने में लिप्त पाया गया, उन पर तत्काल केस दर्ज किए गए। कुल 28 प्रकरण दर्ज किए गए हैं और शराब से जुड़ी गतिविधियों पर कड़ी कानूनी कार्रवाई शुरू की गई है।

कलेक्टर कौशलेन्द्र विक्रम सिंह के निर्देश पर चला अभियान
यह पूरी कार्रवाई भोपाल कलेक्टर कौशलेन्द्र विक्रम सिंह के निर्देश पर की गई। आबकारी अधिकारी विरेंद्र धाकड़ और R.G. भदौरिया की टीम ने मुस्तैदी से हर स्थान पर छानबीन की और सटीक कार्रवाई को अंजाम दिया। इस अभियान को लेकर जिला प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि भोपाल में नशे का खेल अब बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

आबकारी विभाग ने दी चेतावनी – ये तो बस शुरुआत है!
आबकारी विभाग के अधिकारियों ने स्पष्ट कहा है कि यह कार्रवाई “सिर्फ शुरुआत है”। भविष्य में भी भोपाल के विभिन्न क्षेत्रों में अवैध शराब और नशे के खिलाफ नियमित छापेमारी जारी रहेगी।

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